जम्मू-कश्मीर के डोडा में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़,एक आतंकी ढ़ेर,कैप्टन शहीद

जम्मू । जम्मू-कश्मीर के डोडा में बुधवार को सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई है। मुठभेड़ में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। मुठभेड़ में एक आतंकी मारा गया हैं। दो आतंकी अभी सुरक्षाबलों के घेरे में हैं। इस मुठभेड़ में भारतीय सेना का एक कैप्टन शहीद हो गया।

सुरक्षाबलों को गुप्त सूचना मिली थी कि डोडा के एक सुदूर गांव में आतंकी छिपे हुए हैं। इसके बाद सेना और पुलिस ने मिलकर इलाके की घेराबंदी की और तलाशी अभियान शुरू किया। जैसे ही सुरक्षाबल उस इलाके में पहुंचे, आतंकियों ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। इस मुठभेड़ में एक आतंकी को मार गिराया गया।

आतंकवादी जम्मू डिवीजन के पहाड़ी जिलों में सेना, सुरक्षा बलों और नागरिकों पर घात लगाकर हमले कर रहे हैं।

इस साल 21 जुलाई तक आतंकवादियों ने 11 हिट-एंड-रन हमलों में सेना, सुरक्षाबलों और नागरिकों समेत 28 लोगों की हत्या कर दी है, जबकि सुरक्षाबलों ने 28 आतंकवाद-रोधी अभियान चलाए।

जम्मू डिवीजन के पर्वतीय क्षेत्रों में 40-50 कट्टर विदेशी आतंकियों के सक्रिय होने की सूचना मिलने के बाद, सेना ने डिवीजन के पर्वतीय जिलों पुंछ, राजौरी, डोडा, उधमपुर, कठुआ और रियासी में 4,000 से अधिक पैरा कमांडो और पर्वतीय युद्ध में प्रशिक्षित सैनिकों को तैनात किया है।

इन सुरक्षाबलों को आतंकवादियों की किसी भी तरह के हिट-एंड-रन हमलों को विफल करने के लिए पहाड़ों की चोटियों पर तैनात किया गया है। इन क्षेत्रों में पहले घात लगाकर अचानक हमले किए गए थे और फिर इन जिलों के घने जंगलों वाले इलाकों में गायब हो गए।

सेना की रणनीति का उद्देश्य आतंकवादियों को इन पहाड़ी जिलों के घने जंगलों और हरियाली वाले क्षेत्रों से बाहर निकालना है।

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