मध्यप्रदेश में सीएम हाउस को घेरने पहुंचे अतिथि शिक्षक, 5 मांगों को लेकर कर रहे प्रदर्शन
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित सीएम हाउस घेरने के लिए अतिथि शिक्षक निकले थे। जिन्हें पुलिस ने पहले ही रोककर पीछे की ओर कर दिया। अतिथि शिक्षक महासंघ ने द्वारा नियमितिकरण समेत 5 मांगों को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि प्रदेशभर के शिक्षक अंबेडकर मैदान में जुटे थे।
इन मांगों को लेकर हो रहा प्रदर्शन
- अतिथि शिक्षक स्कोर कार्ड में प्रत्येक सत्र के अनुभव के 10 अंक अधिकतम 100 अंक सभी वर्गों में शामिल करें।
- अनुभव के आधार पर नीति बनाकर अतिथि शिक्षकों को 12 माह का सेवाकाल और पद स्थाई करें।
- 30% से कम परीक्षा परिणाम वाले अतिथि शिक्षकों को एक और मौका दिया जाए।
- गुरुजियों की तरह अलग से विभागीय पात्रता परीक्षा लेकर नियुक्ति की जाए।
- अतिथि शिक्षक भर्ती में वार्षिक अनुबंध सत्र 2024-25 से लागू करें।
शिवराज सिंह ने परमानेंट करने की कही थी बात
तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि आने वाले दिनों में अतिथि शिक्षक अनिश्चित के भाव से निकाल पाएंगे। अब बीच में कोई भी गैप नहीं होगा, एक बार अनुबंध हो गया तो पूरे साल चलेगा। अतिथि शिक्षकों को इस अनिश्चिता के भंवर से निकालने के लिए परमानेंट कोई योजना बनानी पड़ेगी।
नेता प्रतिपक्ष बोले- सरकार बात सुनें
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि देखिए शिवराज सिंह चौहान तो चले गए। 15 साल सीएम रहे। न प्रदेश के शिक्षकों की बात की न किसानों की। अतिथि शिक्षक परेशान हैं। महापंचायतें तो बुला लेते हो। आश्वासन दे देते हो। वोट ले लेते हो, लेकिन इनकी बात पूरी क्यों नहीं करते। वह शांतिपूर्वक से बात करना चाहते हैं तो सरकार को उनकी बात सुननी चाहिए।