अभिमन्यु अभियान: पुलिस का अभेद ‘चक्रव्यू’ करेगा महिलाओं-बच्चियों की सुरक्षा, अपराधियों की अब खैर नहीं
मध्यप्रदेश में महिलाओं, बालक-बालिकाओं सहित नाबालिगों के साथ लगातार घटनाएं हो रही हैं। आपराधिक मामले बढ़ते जा रहे हैं। नाबालिगों के खिलाफ बढ़ती घटनाओं को रोकने के लिए मध्यप्रदेश सरकार ने सख्त कदम उठाया है। शारदीय नवरात्रि के साथ पूरे प्रदेश में मैं हूं अभिमन्यु अभियान का शुभारंभ हो गया है। पुलिस मुख्यालय (PHQ) के निर्देश पर 3 से 12 अक्टूबर तक सभी जिलों में अभिमन्यु अभियान चलाया जाएगा। अभियान में 16.35 लाख से ज्यादा रुपए खर्च होंगे।
सभी जिलों में अभियान का आगाज
छतरपुर, राजगढ़, रीवा, भोपाल, अशोकनगर, सतना, जबलपुर, सीधी सहित सभी जिलों में पुलिस ने ‘अभिमन्यु अभियान’ का आगाज कर दिया है। कहीं दौड़ तो कहीं नुक्कड़ नाटक तो कहीं मैराथन दौड़ के साथ अभियान का आगाज किया गया। SP ने हरी झंडी दिखाकर अभियान का शुभारंभ किया। 12 अक्टूबर तक चलने वाले इस अभियान में जिले के सभी नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रवासियों को जागरूक किया जाएगा।
राजगढ़: विजेता को 11 हजार का पुरस्कार
राजगढ़ में गुरुवार सुबह 7 बजे मैराथन दौड़ के साथ अभियान का आगाज हुआ। दौड़ में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले को राजगढ़ SP ने 11000 रुपए देकर पुरस्कृत किया। द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को 5000 और 2500 रुपए का पुरस्कार दिया गया।
सभी जिलों को दी गई राशि
जागरूकता अभियान के लिए पुलिस मुख्यालय से सभी जिलों के एसपी को राशि आवंटित कर दी गई है। 25 हजार से लेकर 40 हजार रुपए तक जिलों के हिसाब से राशि दी गई है। नए जिले पांढुर्ना, मऊगंज और रीवा को 10-10 हजार रुपए दिए गए हैं। अभियान की निगरानी नोडल अधिकारी कर रहे हैं। बड़े जिलों में चार और छोटे जिलों में दो-दो टीमें बनाई गई हैं।
जानें क्या है अभियान का उद्देश्य
अभियान का मुख्य उद्देश्य समाज में महिलाओं और बच्चों के खिलाफ होने वाले अपराधों पर रोक लगाना है। साथ ही लड़कों और लड़कियों को समान अवसर प्रदान करना है। समाज से लिंगभेद को समाप्त करना और पुरुषों को प्रगतिशील दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रेरित करना है। नशा, दहेज, रुढ़िवादिता, अश्लीलता, असंवेदनशीलता, भ्रूण हत्या समाप्त करना है।
भीड़भाड़ वाले इलाकों पर फोकस
अभिमन्यु अभियान को कहां से सबसे ज्यादा चलाने की जरूरत है इसे लेकर रूपरेखा एसपी को बताई गई है। भीड़भाड़ वाले इलाके जैसे बस स्टैड, रेलवे स्टेशन और स्कूलों में प्रमुख रूप से चलाया जाएगा। समाज की मुख्यधारा से वंचित समुदाय, झुग्गी-बस्ती और मजदूर वर्गों के बीच पहुंचकर जागरूकता फैलाई जाएगी। PHQ के अधिकारियों के मुताबिक, अभिमन्यु अभियान शुरू हो गया है। जिला स्तर पर नोडल अधिकारी अभियान की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। अभियान कितना सफल रहा उसकी भी रिपोर्ट बाद में ली जाएगी।