अमेरिका का भारत की 19 कंपनियों पर प्रतिबंध: रूस को समर्थन का आरोप
वाशिंगटन। अमेरिका ने 30 अक्टूबर को भारत की 19 कंपनियों और दो भारतीय नागरिकों पर प्रतिबंध लगा दिया है, जिन पर यूक्रेन युद्ध में रूस की मदद का आरोप है। यह कार्रवाई अमेरिकी विदेश विभाग, ट्रेजरी विभाग और वाणिज्य विभाग द्वारा की गई है, जिसके तहत करीब 400 कंपनियों और व्यक्तियों को सूचीबद्ध किया गया है। इनमें भारत के अलावा चीन, मलेशिया, तुर्की, थाईलैंड और संयुक्त अरब अमीरात की कंपनियाँ भी शामिल हैं। अमेरिका का आरोप है कि ये भारतीय कंपनियाँ और व्यक्ति उन नेटवर्क्स से जुड़े हैं, जो रूस को युद्ध में जरूरी तकनीकी और संसाधन सप्लाई कर रहे हैं। माना जा रहा है कि इन तकनीकी उपकरणों के चलते रूस यूक्रेन के खिलाफ अपनी स्थिति मजबूत बनाए रखने में सक्षम हो रहा है।
इस घटनाक्रम के बीच अमेरिका और भारत के संबंधों में एक और तनावपूर्ण मोड़ जुड़ गया है। हाल ही में अमेरिका में सिख अलगाववादी नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश में एक भारतीय नागरिक की कथित भूमिका की बात सामने आई थी। इसे लेकर अमेरिका में गहरी नाराजगी है, और अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने साफ किया है कि इस मामले में जिम्मेदारी तय होने तक अमेरिका संतुष्ट नहीं होगा।
इस प्रतिबंध के साथ अमेरिका ने यह संकेत दिया है कि रूस का समर्थन करने वाले किसी भी देश या संस्थान को वह माफ नहीं करेगा।