मध्य प्रदेश में भी दिखेगा तूफान फेंगल का असर, कुछ हिस्सों में बारिश की चेतावनी
भोपाल। तमिलनाडु और पुडुचेरी (Tamil Nadu and Puducherry) के तटों को पार करने के बाद चक्रवाती तूफान फेंगल (Cyclonic storm Fengal) कमजोर होकर डिप्रेशन में बदल गया है। मौसम विभाग की मानें तो इसके और भी कमजोर होने की संभावना है। हालांकि इसका असर मध्य भारत (Central India) तक देखा जाएगा। मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के कुछ हिस्सों में गरज चमक के साथ बारिश या बौछारें पड़ने की चेतावनी (Warning of rain or showers) दी है। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के कुछ जिलों में शीत लहर पड़ने का भी अनुमान है।
मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 24 घंटे के दौरान डिंडोरी और बालाघाट जिलों समेत कुछ अन्य हिस्सों में मौसम खराब रहने की संभावना है। इन दोनों जिलों में कहीं-कहीं गरज चमक के साथ बारिश या बौछारें पड़ने की संभावना है। हालांकि इसको लेकर किसी प्रकार का अलर्ट (यलो, ऑरेंज या रेड) जारी नहीं किया गया है। वहीं राजगढ़ और शाजापुर जिलों में कहीं-कहीं शीत लहर पड़ने का यलो अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग का कहना है कि छिंदवाड़ा, सिवनी, बैतूल समेत कुछ अन्य जिलों में हल्की बारिश देखी जा सकती है। सूबे में दो दिनों तक छिटपुट बौछारें पड़ सकती हैं। मौसम विज्ञानी वीएस यादव ने बताया कि चक्रवाती तूफान ‘फेंगल’ पूर्वी हिस्से में एक्टिव है। इससे हवा का असर बढ़ा है। अनुमान है कि छिंदवाड़ा, सिवनी समेत अन्य जिलों में 3 से 4 दिसंबर के दौरान हल्की बारिश हो सकती है। इससे रात के तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी देखी जा सकती है।
मौसम विभाग के मुताबिक, मध्य प्रदेश में 20 दिसंबर से कड़ाके की ठंड का दौर देखा जाएगा जो जनवरी तक बना रहेगा। इन्हीं 40 दिनों में 20 से 22 दिन कोल्ड वेव यानी शीत लहर चल सकती हैं। सबसे ज्यादा ठंड उज्जैन, ग्वालियर-चंबल संभाग में देखी जाएगी। मौसम विभाग का कहना है कि उत्तर-पश्चिमी भारत पर वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होने से पहाड़ों पर बर्फबारी होगी। इसके बाद उत्तरी हवाएं मध्य प्रदेश का रुख करेंगी जिससे पूरे प्रदेश में ठंड बढ़ती जाएगी।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने कहा- इस साल ग्वालियर, उज्जैन और चंबल संभाग खास तौर पर सबसे ज्यादा ठिठुरेंगे। इन संभाग में सर्द हवाएं चलेंगी। बीते 24 घंटे के मौसम पर नजर डालें तो उज्जैन संभाग के शाजापुर जिले के गिरवर में न्यूनतम तापमान सबसे कम 5.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इसके बाद छतरपुर जिले के नौगांव 7.8 तो सीहोर में 7.9, राजगढ़ में 8.0 और भोपाल में 8.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।