चीन के बाद भारत में भी मिले HMPV वायरस के दो मरीज, जानिए इसके लक्षण और बचाव उपायों के बारे में

चीन में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV Virus) के लगातार बढ़ते मामलों के बीच भारत के कर्नाटक में भी सोमवार को एचएमपीवी वायरस के दो केस सामने आए हैं। HMPV एक ऐसा वायरस है जो बीमार व्यक्ति में खांसी, बुखार, फ्लू और नाक बंद होने जैसे लक्षण पैदा करता है। क्लीवलैंड क्लिनिक के अनुसार, HMPV वायरस श्वांस तंत्र से जुड़ी बीमारियों का कारण है। कभी-कभी इस वायरस के कारण निमोनिया और अस्थमा जैसी बीमारियां भी हो सकती हैं जिसकी वजह से रोगी क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) का शिकार बन सकता है। आइए जानते हैं कि इस वायरस के क्या लक्षण हैं और किस तरह इससे बचा जा सकता है।

क्या हैं HMPV Virus के लक्षण?

मेडिकल एक्सपर्ट्स के अनुसार HMPV वायरस का संक्रमण सर्दी और बसंत के मौसम में अधिक देखा गया है। यह वायरस अधिकतर 5 वर्ष से छोटे बच्चों और बुजुर्गों को प्रभावित करता है, हालांकि कोई भी ऐसा व्यक्ति जिसकी इम्यूनिटी कमजोर है, इसका शिकार बन सकता है। वायरस संक्रमण के शुरूआती लक्षण बहुत ही हल्के होते हैं जिनकी वजह से मरीज लापरवाही कर सकता है। मानव मेटान्यूमोवायरस (HMPV Virus) के मुख्य लक्षण इस प्रकार हैंः

  • खांसी
  • बुखार
  • नाक बहना या बंद होना
  • गले में खराश
  • घरघराहट
  • सांस लेने में तकलीफ (डिस्पेनिया)
  • शरीर पर दाने निकल आना

कैसे फैलता है HMPV वायरस

वैज्ञानिकों के अनुसार एचएमपीवी वायरस एक संक्रामक वायरस है जो कोविड-19 या कोरोना वायरस की तरह ही किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैल सकता है। इस वायरस के फैलने के मुख्य तरीके निम्न प्रकार हैं

 

  • खांसने और छींकने से
  • हाथ मिलाने, गले लगने या चूमने से
  • फोन, दरवाज़े के हैंडल, कीबोर्ड या खिलौनों जैसी सतहों या वस्तुओं को छूने से

इस वायरस के चलते श्वसन तंत्र संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। परंतु यदि किसी व्यक्ति को पहले से श्वसन तंत्र से जुड़ी बीमारी जैसे कान का संक्रमण ब्रोंकियोलाइटिस, ब्रोंकाइटिस, निमोनिया अथवा अस्थमा जैसी बीमारियां हो तो उनके लिए यह जानलेवा हो सकता है।

ऐसे बचाएं खुद को HMPV संक्रमण से

यह एक संक्रामक वायरस है जो एक-दूसरे को छूने या संक्रमित वस्तुओं को छूने से फैल सकता है। छींकने और खांसने से भी यह वायरस फैलता है, ऐसे में खुद को सुरक्षित रखने के लिए कोरोना वायरस से बचाव वाले उपाय अपनाना ही बेहतर होगा। इसके अलावा बीमारी के लक्षण सामने आते ही तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए ताकि बीमारी अधिक खतरनाक न बन सकें।

  • मुंह पर हमेशा मास्क लगाकर रखें।
  • हाथों को अक्सर साबुन और पानी से धोएं।
  • छींकते या खांसते समय अपनी नाक और मुंह को ढंकें।
  • अपने चेहरे, आंखों, नाक और मुंह को छूने से बचें।
  • दूसरों के साथ खाना या खाने के बर्तन साझा न करें।
  • यदि आप खुद संक्रमित हैं तो एकांत में रहे और दूसरों के संपर्क में आने से बचें।
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