भोपाल केंद्रीय जेल में मिला चाइनीज ड्रोन, जेल में आतंकी संगठनों से जुड़े 69 लोग बंद, जांच में जुटी पुलिस

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में केंद्रीय जेल स्थित है, जिसे अति सुरक्षित माना जाता है। यहां चीनी ड्रोन मिलने से हड़कंप मच गया है क्योंकि इस जेल में आतंकी संगठनों से जुड़े 69 लोग बंद हैं। यह ड्रोन कहां और कैसे आया है, इसका खुलासा अभी नहीं हो पाया है। पुलिस और जेल प्रशासन पूरे मामले की जांच में लगे हुए हैं। बताया जा रहा है कि ये चाइनीज ड्रोन केंद्रीय जेल के खंड ‘ब’ के पास स्थित हनुमान मंदिर के पीछे के इलाके में मिला। ड्रोन की जांच के दौरान इसमें किसी भी प्रकार की कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है। लेकिन फिर भी यह एक अबूझ पहेली बना हुआ है कि यह ड्रोन जेल परिसर में आया कैसे।

केंद्रीय जेल परिसर में मिला चाइनीज ड्रोन

मिली जानकारी के अनुसार बुधवार की दोपहर को केंद्रीय जेल के खंड ‘ब’ के पास स्थित हनुमान मंदिर के पीछे के इलाके में एक ड्रोन मिला था। इसे सबसे पहले ड्यूटी पर तैनात जेल प्रहरी सोनेवाल चौरसिया ने देखा और इसकी सूचना जेल प्रशासन को दी। जब इसे चेक किया गया तो पता चला कि ड्रोन में जो बैटरी लगी है, वह पूरी तरह चार्ज है और इसमें कैमरे भी लगे हुए हैं। ड्रोन में फिलहाल कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है। लेकिन पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है कि

आखिर ये ड्रोन जेल परिसर में आया कैसे?

अति सुरक्षित माने जाने वाली जेल में ड्रोन मिला

सुरक्षा के लिहाज से भोपाल की केंद्रीय जेल को अति सुरक्षित माना जाता है। जेल के भीतर ड्रोन पहुंचने की घटना ने सुरक्षा पर सवाल जरूर उठा दिए हैं, ऐसा इसलिए क्योंकि इस जेल में अलग-अलग संगठनों के 69 आतंकी बंद हैं। पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है। गांधीनगर पुलिस ने इस ड्रोन को जब्त कर लिया है और इस बात की जांच की जा रही है कि आखिर यह ड्रोन यहां तक पहुंचा कैसे। जेल परिसर में जो सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, उनके फुटेज भी देखे जा रहे हैं।

भोपाल के पुलिस आयुक्त हरिनारायणचारी मिश्रा ने मीडिया से कहा कि पूरे मामले की जांच की जा रही है। आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। शुरुआती जांच में यह चीनी ड्रोन लग रहा है। तकनीकी विशेषज्ञ इसकी जांच कर रहे हैं। कुछ लोगों द्वारा इस बात की आशंका जताई जा रही है कि यह बच्चे और विभिन्न स्थानों की शूटिंग करने वालों का भटका हुआ ड्रोन हो सकता है। वास्तव में यह किसी योजनाबद्ध तरीके से यहां भेजा गया या किसी की गलती से यहां तक पहुंचा है, यह तो जांच रिपोर्ट आने पर ही पता चल सकेगा।

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