बैंकिंग शेयरों में लिवाली से घरेलू शेयर बाजार डेढ़ फीसदी से ज्यादा उछले
मुंबई । बैंकिंग सेक्टरों में मजबूत लिवाली आने से भारतीय शेयर बाजारों में मंगलवार को तेजी लौट आई। बीएसई का सेंसेक्स 1,397.07 अंक यानी 1.81 प्रतिशत बढ़कर 78,658.59 अंक पर पहुंच गया जो 9 जनवरी के बाद का उच्चतम स्तर है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 378.20 अंक यानी 1.62 फीसदी की तेजी के साथ 23,739.25 अंक पर बंद हुआ। सोमवार को बाजार में गिरावट रही थी।
अमेरिकी द्वारा कनाडा और मैक्सिको के खिलाफ अतिरिक्त कर लगाने के फैसले को निलंबित करने से मंगलवार को दूसरे एशियाई शेयर बाजारों के साथ भारतीय बाजार भी तेजी में रहे।
बीएसई और एनएसई में बैंकिंग शेयरों में जोरदार लिवाली देखी गई। सेंसेक्स 500 अंक से ज्यादा चढ़कर खुला और दिन भर हरे निशान में रहा। निफ्टी भी करीब 250 अंक की बढ़त के साथ खुला
सेंसेक्स की कंपनियों में इंडसइंड बैंक, एक्सिस बैंक एचडीएफसी बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, एसबीआई और आईसीआईसीआई बैंक के शेयर हरे निशान में बंद हुए। इसके अलावा अच्छे तिमाही परिणामों के दम पर एलएंडटी में 4.76 प्रतिशत और अदाणी पोर्ट्स के शेयरों में 3.83 प्रतिशत की तेजी रही। आईटीसी होटल्स, जोमैटो, नेस्ले इंडिया और मारुति सुजुकी नुकसान उठाने वाली छह कंपनियों में शामिल रहीं।
निफ्टी 50 में शामिल 39 शेयरों में तेजी रही, जिनमें अदाणी पोर्ट्स, श्रीराम फाइनेंस, लार्सन एंड टुब्रो और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स ने 5.65 प्रतिशत तक की बढ़त हासिल की।
दूसरी ओर, ट्रेंट, आईटीसी होटल्स, ब्रिटानिया, हीरो मोटोकॉर्प और नेस्ले इंडिया सबसे ज्यादा नुकसान में रहे। इनके शेयरों में 6.44 प्रतिशत तक की गिरावट आई।
ओवरऑल बाजार ने अच्छा प्रदर्शन किया। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स में 1.56 प्रतिशत की तेजी आई, जबकि निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स में 1.09 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई।
क्षेत्रवार बैंकिंग और वित्तीय शेयरों में मजबूत खरीदारी देखने को मिली। निफ्टी पीएसयू बैंक और प्राइवेट बैंक इंडेक्स में दो प्रतिशत से अधिक की तेजी आई, जबकि प्रमुख बैंकिंग शेयरों के प्रदर्शन को ट्रैक करने वाला बैंक निफ्टी इंडेक्स 1.93 प्रतिशत चढ़कर 50,157.95 पर बंद हुआ।
वित्तीय सेवाओं और तेल विपणन कंपनियों ने भी मजबूत बढ़त दर्ज की, निफ्टी वित्तीय सेवा और निफ्टी ओएमसी सूचकांक दो प्रतिशत से अधिक की बढ़त के साथ बंद हुए।
इसके अतिरिक्त, निफ्टी मेटल, फार्मा और हेल्थकेयर सूचकांकों में एक प्रतिशत से अधिक की बढ़त दर्ज की गई।
निफ्टी एफएमसीजी सूचकांक में गिरावट दर्ज की गई। ब्रिटानिया और नेस्ले इंडिया जैसे शेयरों में गिरावट के कारण इसमें 0.25 प्रतिशत की गिरावट आई।