भूलकर भी माघ पूर्णिमा के दिन न करें ये 4 काम, बनी रहेगी माता लक्ष्मी की कृपा

सनातन धर्म में माघ पूर्णिमा का विशेष महत्व माना जाता है। माघ पूर्णिमा के दिन पवित्र नदियों में सूर्योदय से पूर्व स्नान करने से पापों का शमन होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। माना जाता है कि माघ पूर्णिमा के दिन कुछ कामों को करना अशुभ माना जाता है।

माघ पूर्णिमा का हिंदू धर्म में विशेष महत्व होता है। इस साल माघ मास की पूर्णिमा 12 फरवरी बुधवार को है। माघ पूर्णिमा के दिन स्नान, दान, जप और तर्पण का विशेष महत्व है। इस दिन पवित्र नदियों में सूर्योदय से पहले स्नान करने से पापों से मुक्ति होती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, माघ पूर्णिमा के दिन कुछ कामों करना अशुभ बताया है। इस दिन आप चाहे व्रत रखें हो या ना हो माता लक्ष्मी की कृपा बनाए रखने के लिए इन कामों को भूलकर भी नहीं करना चाहिए।

माघ पूर्णिमा के दिन न करें ये 4 काम

तामसिक भोजन

माघ पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त करना चाहते हैं, तो आप तामसिक भोजन का सेवन न करें। इस दिन आप भूलकर भी मांस-मदिरा का सेवन करने से मां लक्ष्मी कुपित हो सकती हैं।

फटे पुराने कपड़े

इस दिन फटे-पुराने या काले रंग के कपड़े नहीं पहनने चाहिए। पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी को समर्पिक है। इसलिए इस दिन कटे-फटे या काले रंग के कपड़े पहनना शुभ नहीं माना जाता है। माता लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए आपकी गुलाबी या लाल रंग के कपड़े पहनने चाहिए।

घर में अंधेरा

माघ पूर्णिमा के दिन घर में अंधेरा नहीं होना चाहिए। कहा जाता है कि घर में अंधेरा होने से मां लक्ष्मी निवास नहीं करती हैं। इस दिन ध्यान रखें कि माघ पूर्णिमा के दिन घर के किसी भी कोने में अंधेरा नहीं रहेगा।

दूध-चांदी का दान

इस दिन दूध और चांदी का दान करने बचना चाहिए। माना जाता है कि माघ पूर्णिमा पर दूध और चांदी का दान करने से चंद्र दोष लग सकता है और आर्थिक स्थिति भी उत्पन्न हो सकती हैं।

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