लोकायुक्त ने वेयरहाउस ब्रांच मैनेजर और ऑपरेटर को 50 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा
जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर में लोकायुक्त पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए वेयरहाउसिंग एंड लॉजिस्टिक्स कॉर्पोरेशन के ब्रांच मैनेजर प्रदीप पटले और कंप्यूटर ऑपरेटर शैलेश बिसेन को 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। आरोपियों ने भंडारण स्टॉक में गेहूं की कमी को छुपाने के एवज में 92 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। लोकायुक्त टीम फिलहाल आरोपियों के कार्यालय में दस्तावेजों की जांच कर रही है।
क्या है मामला?
जानकारी के अनुसार, तिलसानी स्थित वेयरहाउस ब्रांच मैनेजर प्रदीप पटले ने रांझी निवासी गुरु नानक वेयरहाउस के संचालक दमनीत सिंह भसीन से 100 क्विंटल गेहूं कम पाए जाने पर कार्रवाई न करने के लिए 92 हजार रुपए रिश्वत की मांग की थी। प्रदीप पटले ने धमकी दी थी कि यदि रकम नहीं दी गई तो वेयरहाउस को ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा। लगातार दबाव के चलते दमनीत सिंह ने लोकायुक्त एसपी संजय साहू से शिकायत की। सत्यापन के बाद बुधवार दोपहर लोकायुक्त टीम ने हंसापुर पड़वार कुंडम स्थित वेयरहाउस में कार्रवाई की।
रिश्वत लेते पकड़े गए आरोपी
लोकायुक्त टीम ने जाल बिछाकर प्रदीप पटले को पहली किश्त के 50 हजार रुपए लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा। इसी दौरान कंप्यूटर ऑपरेटर शैलेश बिसेन भी रिश्वत की रकम अपने पास रखते हुए पकड़ा गया। दोनों को गिरफ्तार कर दस्तावेजों की गहनता से जांच की जा रही है।
पीड़ित संचालक को किया जा रहा था परेशान
वेयरहाउस संचालक दमनीत सिंह भसीन ने बताया कि पिछले दो महीनों से लगातार उसे परेशान किया जा रहा था। गेहूं शॉर्ट होने की रिपोर्ट में अनियमितता दिखाने के नाम पर रिश्वत मांगी जा रही थी। तंग आकर उन्होंने लोकायुक्त से संपर्क किया। लोकायुक्त की कार्रवाई के बाद दोनों आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। इस कार्रवाई से वेयरहाउसिंग सेक्टर में हड़कंप मच गया है।