लोकायुक्त की दबिश में कर्मचारी निकाला करोड़पति
मध्य प्रदेश में लोकायुक्त की कार्रवाईयों का दौर जारी है। सोमवार को धार जिले के आदिम जाति मर्यादित सहकारी संस्था के सहायक प्रबंधक कनीराम मंडलोई के पांच ठिकानों पर दी गई दबिश में लगभग छह करोड़ की संपत्ति का खुलासा हुआ है। कार्रवाई अभी जारी है।
मिली जानकारी के अनुसार, धार जिले के पीथमपुर में आदिम जाति मर्यादित सहकारी संस्था में पदस्थ सहायक प्रबंधक कनीराम मंडलोई के पास आय से अधिक संपत्ति होने की शिकायत मिली थी। इस शिकायत के आधार पर लोकायुक्त ने आकलन कराया और पुष्टि होने पर सोमवार को दबिश दी गई। लोकायुक्त इंदौर के दलों ने पांच टीमें बनाईं और पांच स्थानों पर दबिश दी। इस दबिश में पांच करोड़ 60 लाख रुपये से अधिक की संपत्ति का खुलासा हुआ है।
लोकायुक्त की टीमों ने इंदौर के अलंकार पैलेस स्थित उनके आवास और धार सहित पांच स्थानों पर दबिश दी। मंडलोई के अलावा उसके भाई और भांजे के मकानों पर भी छापेमारी की गई। लोकायुक्त के डीएसपी आर.डी. मिश्रा के अनुसार मंडलोई के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोप थे। छापेमारी में उनके ठिकानों से भारी मात्रा में संपत्ति और दस्तावेज बरामद किए गए हैं, जिनमें आय से अधिक संपत्ति होने के प्रमाण मिले हैं।
मिश्रा के अनुसार, अब तक छापेमारी के दौरान पांच करोड़ 60 लाख रुपये से अधिक की चल-अचल संपत्ति का खुलासा हुआ है। जो संपत्ति पाई गई है वह उनकी आय से 85 प्रतिशत अधिक है। सभी जगह जांच जारी है और संपत्ति का ब्यौरा बढने की संभावना जताई जा रही है। अब तक मंडलोई की आय का जो आकलन किया गया है, उसके अनुसार उसकी संपत्ति तीन करोड दो लाख रुपये होनी चाहिए थी जबकि पांच करोड़ 60 लाख रुपये की संपत्ति मिली है।
उल्लेखनीय है कि राज्य में वर्तमान में लोकायुक्त द्वारा बड़ी कार्रवाईयां की जा रही हैं। इससे पहले भोपाल में एक पूर्व आरक्षक के यहां भी करोड़ों रुपये की संपत्ति का खुलासा हुआ था और अब इंदौर में यह बड़ा मामला सामने आया है।