अमेरिकियों को ‘दर्द’ तो होगा : ‘टैरिफ आदेश’ के बाद ट्रंप के इस बयान के क्या हैं मायने ?
वाशिंगटन । राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को कहा कि प्रमुख व्यापारिक साझेदारों पर उनके टैरिफ से अमेरिकियों को आर्थिक ‘दर्द’ महसूस हो सकता है। हालांकि उन्होंने तर्क दिया कि अमेरिकी हितों को सुरक्षित रखने के लिए यह जरूरी है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ट्रंप प्रशासन की ओर से चीन, मेक्सिको और कनाडा पर लगाए गए टैरिफ के बाद वैश्विक बाजारों में यह चिंता व्यक्त की गई कि ये शुल्क विकास की गति को धीमा कर सकते हैं और मुद्रास्फीति को फिर से बढ़ा सकते हैं।
फ्लोरिडा में अपने मार-ए-लागो एस्टेट से वाशिंगटन लौटते समय ट्रंप ने कहा, ‘मुझे कुछ भी नाटकीय होने की उम्मीद नहीं है। उन पर हमारा बहुत सारा पैसा बकाया है, और मुझे यकीन है कि वे भुगतान करेंगे।’
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, “हमें थोड़े समय के लिए थोड़ी तकलीफ हो सकती है, और लोग इसे समझते हैं। लेकिन लंबे समय से संयुक्त राज्य अमेरिका को दुनिया के लगभग हर देश ने लूटा है।”
‘क्या कुछ दर्द होगा? हां, शायद (और शायद नहीं!)’ ट्रंप ने रविवार की सुबह अपने ट्रुथ सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर बड़े अक्षरों में लिखा। उन्होंने कहा, “लेकिन हम अमेरिका को फिर से महान बनाएंगे, और यह सब उस कीमत पर होगा जो चुकानी होगी।”
ट्रंप ने कहा कि वह सोमवार को कनाडा और मैक्सिको के नेताओं से बात करेंगे, जिन्होंने जवाबी टैरिफ लगाने की घोषणा की है। हालांकि उन्होंने ऐसा संकेत नहीं दिया कि वह अपना फैसला बदल सकते हैं।
ट्रंप के टैरिफ आदेश मंगलवार को 12:01 बजे ईटी (0501 जीएमटी) से प्रभावी होने वाले हैं। कुछ विश्लेषकों ने कहा कि बातचीत की कुछ उम्मीद है, खासकर कनाडा और चीन के साथ।
ट्रंप के टैरिफ सभी अमेरिकी आयातों के लगभग आधे हिस्से को कवर करेंगे और इस अंतर को पूरा करने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका को अपने स्वयं के मैन्युफैक्चरिंग आउटपुट को दोगुना से अधिक करना होगा। हालांकि विश्लेषक मानते हैं कि ऐसा करना निकट भविष्य में संभव नहीं है।
बता दें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार (1 फरवरी) को एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए, जिसमें मेक्सिको से आने वाले सामानों पर 25% टैरिफ लगाया गया। कनाडा से आने वाले सामानों पर भी 25% टैरिफ लगाया गया है, लेकिन कनाडा के ऊर्जा संसाधनों पर 10% टैरिफ ही लगेगा। इस ऑर्डर में चीन से आयात पर भी 10% टैरिफ लगाया गया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति के मुताबिक यह कदम अवैध इमिग्रेशन और ड्रग्स तस्करी के बारे में उनकी चिंताओं को लेकर उठाया गया है। रिपब्लिकन नेता ने इन दो मुख्य मुद्दों को अपने चुनावी अभियान का आधार बनाया था।