‘सफेद जहर’ से कम नहीं नमक, इसकी जगह खाएं ये चीज, स्ट्रोक रिस्क 14% हो जाएगा कम- स्टडी

स्ट्रोक और हृदय रोगों के जोखिम को कम करने के लिए नॉर्मल नमक की जगह कम सोडियम वाले नमक विकल्प का सेवन किया जा सकता है. एक हालिया अध्ययन के अनुसार, नमक के विकल्प का उपयोग करने से दोबारा स्ट्रोक का खतरा 14 प्रतिशत तक और मौत का खतरा 12 प्रतिशत तक कम हो सकता है. इस अध्ययन में यह भी पाया गया कि नमक के विकल्प के सेवन से बीपी में सुधार और दिल संबंधी जोखिम कम होते हैं.

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, लोगों को प्रतिदिन 5 ग्राम से कम नमक (लगभग 2 ग्राम सोडियम) का सेवन करना चाहिए. नमक के विकल्प में पोटेशियम होता है और इसमें सोडियम की मात्रा कम होती है, जिससे यह हार्ट अटैक और स्ट्रोक से बचाव में सहायक हो सकता है. इस अध्ययन के बारे में शोधकर्ताओं ने बताया कि यह एक सरल और सस्ती उपाय हो सकता है, खासकर स्ट्रोक के रोगियों के लिए.

यह अध्ययन “Salt Substitute and Stroke Study” (SSaSS) ट्रायल पर आधारित है, जो 2014 में शुरू हुआ था. इस अध्ययन में लगभग 21,000 लोगों को शामिल किया गया था, जो चीन के पांच ग्रामीण प्रांतों के 600 गांवों से थे. इनमें से अधिकांश लोग 60 साल से ऊपर के थे और हाई बीपी के शिकार थे. इस अध्ययन में नमक के विकल्प (75 प्रतिशत सोडियम क्लोराइड और 25 प्रतिशत पोटेशियम क्लोराइड) और सामान्य नमक (सिर्फ सोडियम क्लोराइड) का उपयोग करने के प्रभावों की तुलना की गई.

स्टडी क्यों जरूरी

इस अध्ययन के प्रमुख लेखक और शोधकर्ता, जिनमें चीन के वुहान विश्वविद्यालय और ऑस्ट्रेलिया के जॉर्ज संस्थान के शोधकर्ता शामिल थे, ने बताया कि नमक के विकल्प का उपयोग एक प्रभावी और लागत-कुशल तरीका हो सकता है, विशेष रूप से उन लोगों के लिए जो घर पर खाना पकाते हैं और ज्यादा नमक का सेवन करते हैं. शोधकर्ताओं के अनुसार, यह अध्ययन एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि यह वैश्विक स्तर पर सार्वजनिक स्वास्थ्य रणनीतियों को सूचित कर सकता है. जब इसे बड़े पैमाने पर लागू किया जाएगा, तो यह स्ट्रोक और कार्डियोवैस्कुलर स्वास्थ्य के लिए एक दीर्घकालिक समाधान साबित हो सकता है.

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