रोटी हमारी डाइट का एक जरूरी हिस्सा होती है। खासतौर से भारतीय खाने की थाली की बात करें तो उसमें रोटी के बिना खाना अधूरा लगता है। हेल्दी नाश्ते के लिए कोई जल्दी से बासी रोटी के बारे में नहीं सोचता है,लेकिन इसके कई आश्चर्यजनक फायदे हैं, जो इसे सुबह का एक परफेक्ट ऑप्शन बनाते हैं। बासी रोटी या बची हुई चपाती,ब्रेकफास्ट के लिए एक न्यूट्रिशियस ऑप्शन हो सकता है। आइए खबर में जानते है बासी रोटी खाने के फायदों के बारे में विस्तार से।
तवे से उतरी गर्मा-गर्म रोटी (hot bread) खाना हर कोई पसंद करता है, लेकिन जब बात रात की बची यानी बासी रोटी की आती है, तो लोगों की भूख ही मिट जाती है। कई बार ऐसा होता है कि जब आप रोटियां बनाते हैं तो वो बच जाती हैं। कई लोग बची हुई रोटियों को फेंक देते हैं या जानवरों को खिला देते हैं। लेकिन अब जो बात हम आपको बताने जा रहे हैं वो जानने के बाद आप बासी बची हुई रोटियों (Baasi Roti Health Benefits)को गलती से भी नही फेकेंगे।
आपको शायद से बात जानकर हैरानी होगी लेकिन आपको बता दें कि ताजी रोटी से ज्यादा फायदेमंद बासी रोटी होती है। ये आपकी सेहत के लिए भी फायदेमंद मानी जाती है। तो आइए जानते हैं कि आखिर बासी रोटी (Roti Health Benefits) हमारी हेल्थ के लिए कैसे फायदेमंद हो सकती है। इसके अलावा, हम आपको ये भी बताएंगे कि कितने समय पहले बनी रोटी खानी चाहिए।
कितनी घंटो पुरानी रोटी खा सकते हैं?
बता दें कि ताजी रोटी से ज्यादा न्यूट्रीशियन वैल्यब बासी रोटी में पाई जाती है। आर 10-12 घंटे बनी रोटी खा सकते हैं। जब रोटी इतनी देर तक रखी रहती है तो उसमें RS यानी रेजिस्टेंस स्टार्च बढ़ जाता है। जो हमारी सेहत के लिए फायदेमंद होता है।
इन लोगों को खानी चाहिए बासी रोटी
पेट की समस्याएं: जिन लोगों को पेट की दिक्कतें हैं, उन्हें भी बासी रोटी खानी चाहिए। इसे खाने से गैस, कब्ज और ब्लोटिंग की दिक्कत नहीं होती है। इसके साथ ही, ये डाइजेशन में भी सुधार करता है।
डायबिटीज: डायबिटीज के मरीजों के लिए भी बासी रोटी का सेवन फायदेमंद हो सकता है। डायबिटीज के मरीजों के लिए रेजिस्टेंस स्टार्च बेहद जरूरी। ये शरीर में इंसुलिन स्पाइक नहीं होने देता है।