हिंदू धर्म में मां लक्ष्मी को धन की देवी मानते हैं. यह जिस घर में भी वास करती हैं वहां पर हमेशा मां लक्ष्मी की कृपा बरसती रहती है. लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार ऐसे दो घरों में कभी भी मां लक्ष्मी प्रवेश नहीं करती बल्कि वहां पर हमेशा दरिद्रता बनी रहती है. जिसके वजह से धन की हानि और अन्य प्रकार के कष्टों को झेलना पड़ता है.
वराह पुराण की मानें तो शाम के समय में देवी देवता धरती लोक पर भ्रमण के लिए निकलते हैं. शाम में 4 से 7 बजे तक प्रदोष काल माना जाता है, जिसमें भगवान शिव भ्रमण के लिए निकलते हैं. जिसके बाद शाम 7 से 9 बजे तक मां लक्ष्मी और दरिद्रता दोनों ही भ्रमण के लिए निकलती हैं. लेकिन यह समय ऐसा होता है जिसमें मां लक्ष्मी के बजाय दरिद्रता ऐसे दो घरों में प्रवेश कर जाती है.
इसके बाद घर के सभी सदस्यों को कई प्रकार की परेशानियों के साथ आर्थिक मूसीबतों का भी सामना करना पड़ता है. आइए वास्तु शास्त्र के अनुसार जानते हैं कि कौन कौन से घरों में शाम के समय में मां लक्ष्मी की बजाय दरिद्रता प्रवेश कर जाती हैं!
गंदे द्वार पर मां लक्ष्मी नहीं करती प्रवेश
वास्तु शास्त्र के अनुसार प्रदोष काल में मां लक्ष्मी के साथ दरिद्रता भी भ्रमण करती हैं. यदि इस समय घर का द्वार गंदा हो तो ऐसे घरों में कभी भी मां लक्ष्मी प्रवेश नहीं करती हैं. ध्यान रखें कि हमेशा घर के मेन गेट के बाहर सफाई रखें, पानी छिड़के, दीपक जलाए और रंगोली बनाएं.
शाम के समय सोने वालों के घर में मां लक्ष्मी नहीं करती प्रवेश
ध्यान रखें कि प्रदोष काल में 7 से 9 बजे के बीच में सोना अशुभ माना जाता है. वास्तु शास्त्र के अनुसार जो लोग इस समय सोते हैं उनके घर मां लक्ष्मी की जगह दरिद्रता का वास होता है. ऐसे में इन दोनों ही घर में हमेशा के लिए सुख और संपन्नता पूरी तरह से भंग हो जाती है.