78 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आईटीबीपी के जवानों ने लेह में 14000 फीट की ऊंचाई पर तिरंगा यात्रा निकाली। ऊंचे पहाड़ों, बर्फीली जमीन और दुर्गम परिस्थितियों में भारत माता की जय और वंदे मातरम जैसे नारों की गूंज के बीच सैनिकों ने झंडा रोहण किया।
लेह में मौजूद सैनिकों की पूरी टुकड़ी ने हर्षोल्लास के साथ स्वतंत्रता दिवस मनाया। आसमानी ऊंचाइयों पर निम्नतम ऑक्सीजन लेवल पर भारत मां को अखंड रखने के जवानों के संकल्प ने हर देशवासी का सीना गर्व से चौड़ा कर दिया। सैनिकों ने हाथों में तिरंगा लेकर, पंक्तिबद्ध हो भारत मां को प्रणाम किया। उत्तर पश्चिम फ्रंटियर की 24 वीं बटालियन के जवानों ने निम्न आक्जीजन वाले दुर्गम पहाड़ों पर पूरे जोश में भारत माता की रक्षा करने की शपथ के साथ कदमताल किया।
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देश की हर सरहद और चारों दिशाओं में देश की सेना के जवान पूरे उत्साह के साथ ध्वजारोहण कर देश को अखंड रखने की कसम खा रहे हैं। भारतीय थल सेना के अलावा, वायुसेना और जल सेना भी इस अवसर पर देश के कोने-कोने में पूरे हर्षोल्लास के साथ आजादी का महोत्सव मना रहे हैं।
‘तिरंगा यात्रा’ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू किए गए ‘हर घर तिरंगा अभियान’ का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य नागरिकों को अपने घरों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए प्रोत्साहित करके राष्ट्रवाद की भावना पैदा करना है। 14 अगस्त को भी विभिन्न पोस्ट्स पर तिरंगा यात्रा सशस्त्र बलों द्वारा निकाली गई। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने भी श्रीनगर में ‘हर घर तिरंगा’ वॉकथॉन का आयोजन किया था।
सीआरपीएफ (श्रीनगर सेक्टर) के आईजी अजय कुमार यादव ने कहा था, “हर घर तिरंगा’ को देखते हुए श्रीनगर सेक्टर सीआरपीएफ ने वॉकथॉन का आयोजन किया है। इसके तहत सीआरपीएफ के जवान इसमें हिस्सा ले रहे हैं। इस ‘हर घर तिरंगा’ रैली का मकसद लोगों में तिरंगे के प्रति सम्मान की भावना जगाना और उन्हें संदेश देना है। हम इसे आयोजित करके बहुत खुश हैं।”