पटना। प्रशांत किशोर ने हाल ही में महिलाओं के सशक्तिकरण और बिहार की राजनीति में उनकी भागीदारी को लेकर एक बड़ी घोषणा की है। उन्होंने कहा है कि वे 40 महिलाओं को जीताकर बिहार विधानसभा चुनाव में भेजने का संकल्प लिया है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी वादा किया है कि अगर उनकी सरकार बनती है, तो महिलाओं को रोजगार के लिए कम ब्याज पर ऋण उपलब्ध कराया जाएगा, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें।
प्रशांत किशोर ने बच्चों की शिक्षा और पेंशन स्कीम पर भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार बनने पर किसी भी बच्चे को ₹12,000 के लिए योजनाएं बनाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। पेंशन स्कीम के सवाल पर उन्होंने कहा कि वे पहले सरकार के कदमों का इंतजार करेंगे और उसके बाद ही इस पर बयान देंगे।
महिलाओं को आरक्षण के संदर्भ में प्रशांत किशोर ने स्पष्ट किया कि उन्हें महिलाओं को सिर्फ महिला के रूप में देखना चाहिए, न कि किसी आरक्षित कैटेगरी के हिस्से के रूप में।
जातिगत गणना पर प्रशांत किशोर ने राहुल गांधी को चुनौती दी, उन्होंने कहा कि कांग्रेस को अपने शासन वाले राज्यों में जातिगत गणना का मॉडल अपनाना चाहिए और जनगणना कराकर गरीबी को दूर करना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने तेजस्वी यादव पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वे विकास की बजाय अपराध पर चर्चा करें, और अगर ऐसा होता है, तो वे उसका जवाब देंगे।