मध्य प्रदेश के कटनी जिले से सामने आए वीडियो ने मध्य प्रदेश की सियासत को गरमा दिया है. वीडियो कटनी जीआरपी थाने का है, जिसमें महिला टीआई बुजुर्ग महिला और उसके पोते को डंडे से बुरी तरह पीटती हुई नजर आ रही है. उसके बाद कुछ पुलिसकर्मी भी नाबालिग की पिटाई करते हैं. जब से यह वीडियो सामने आया है. विपक्ष सरकार पर दलित उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए हमलार हो गया. लेकिन अब पूरी की पूरी सच्चाई सामने आई गई है.
कटनी मामले में जबलपुर रेलवे एसपी ने X पोस्ट कर दी जानकारी कि इस मामले की जांच उपपुलिस अधीक्षक रेल को सौंपी गई है. एमपी पुलिस ने भी इस मामले ने डीआईजी स्तर के अधिकारी को जांच सौंपी है. X पोस्ट कर रेलवे एसपी ने लिखा कि प्रकरण के संज्ञान में आने के वीडियो अक्टूबर 2023 का होना पाया गया है. उक्त वीडियो में दर्शित व्यक्ति शातिर अपराधी दीपक वंशकार के परिजन हैं. अपराधी दीपक वंशकार पर जीआरपी थाना कटनी में 19 अपराध दर्ज हैं.
क्या है वीडियो की सच्चाई
रेलवे एसपी ने आगे बताया कि दीपक वंशकार वर्ष 2017 से निगरानीशुदा बदमाश है. पिछले वर्ष दीपक वंशकार के चोरी के अपराध में फरार होने के आधार पर इस पर 10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था. अप्रैल 2024 में इसे कटनी से जिला बदर करने के आदेश दिए गए हैं एवं इसकी गैंग हिस्ट्रीशीट खोली गई है. ट्विटर के आधार पर तथ्य सामने आने पर थाना प्रभारी जीआरपी कटनी को पृथक किया जाकर उप पुलिस अधीक्षक रेल को जांच आदेशित की गई है.