महाराष्ट्र के बदलापुर स्कूल यौन उत्पीड़न मामले के आरोपी अक्षय शिंदे का एनकाउंटर किया गया है. इस एनकाउंटर के खिलाफ अक्षय के पिता ने बॉम्बे हाई कोर्ट में एक याचिका दाखिल की है, जिस पर सुनवाई हो रही है. हाई कोर्ट ने एनकाउंटर पर सवाल उठाए हैं. उसका कहना है कि इसमें गड़बड़ी दिखाई दे रही है.
अक्षय शिंदे की ओर से पेश हुए वकील अमित कटरनावारे ने कोर्ट से कहा है कि अक्षय शिंदे को तलोजा जेल से कस्टडी में लेते समय और घटना के समय सभी दुकानों की सीसीटीवी तुरंत सुरक्षित रखी जाए. अक्षय शिंदे से जेल में उनके परिवार से मुलाकात हुई थी.
उन्होंने कहा कि घटना की तारीख को उसने अपने माता-पिता से बातचीत की और पूछा कि उसे जमानत कब मिलेगी. मेरा मामला यह है कि वह कुछ भी करने की मानसिक स्थिति में नहीं था, जैसा कि पुलिस ने दावा किया है कि उसने पिस्तौल छीन ली और अधिकारियों पर गोली चला दी.
अमित कटरनावारे ने कोर्ट को बताया कि अक्षय ने माता-पिता से 500 रुपए मांगे थे, ताकि वह कैंटीन की सुविधा ले सके, जो कुछ उसे खाना होता है. वह भागने की स्थिति में नहीं था और न ही उसके पास पुलिस अधिकारी से पिस्तौल छीनने की शारीरिक क्षमता थी. आगामी चुनावों के मद्देनजर अक्षय की हत्या की गई है.