जबलपुर। नवरात्रि और दशहरा पर्व के मद्देनजर जबलपुर पुलिस द्वारा विशेष तैयारियां की जा रही हैं। आज पुलिस महानिरीक्षक जबलपुर जोन अनिल सिंह कुशवाह की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें पुलिस उप महानिरीक्षक तुषार कांत विद्यार्थी और पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह सहित जिले के सभी उच्च अधिकारी और थाना प्रभारी उपस्थित रहे।
बैठक में पुलिस अधिकारियों ने सुनिश्चित किया कि दुर्गा प्रतिमाएं पारंपरिक स्थानों पर ही स्थापित की जाएं और जुलूस पारंपरिक मार्गों से ही निकाला जाए। इस दौरान सभी संवेदनशील क्षेत्रों में फिक्स पिकेट्स लगाए जाएंगे, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।
महिलाओं की सुरक्षा के लिए मंदिरों में जल चढ़ाने जाने वाले रास्तों पर पर्याप्त रोशनी और पुलिस गश्त की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा, बड़े कार्यक्रम स्थलों पर अलग से निकास द्वार बनवाने की सख्त हिदायत दी गई है, ताकि भीड़ के समय किसी तरह की अव्यवस्था न हो।
बैठक में यह भी सुनिश्चित किया गया कि गरबा का आयोजन खुले स्थानों पर नहीं किया जाए और आयोजन स्थल पर सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था अनिवार्य रूप से हो। इसके साथ ही आयोजकों से चर्चा कर सुरक्षा और शांति व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए जाएंगे।
बैठक में पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि अपराधी और गुंडे तत्वों पर कड़ी निगरानी रखी जाए और उनके अपराधिक रिकॉर्ड के आधार पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की जाए। पुलिस को हर छोटी से छोटी घटना पर तुरंत मौके पर पहुंचकर उचित कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए गए।
पुलिस उप महानिरीक्षक तुषार कांत विद्यार्थी ने यातायात प्रबंधन पर जोर देते हुए कहा कि साज-सज्जा के दौरान बिजली के कटे-फटे तारों का उपयोग न किया जाए और यातायात को सुचारू बनाए रखने के लिए क्रॉस लाइटिंग न हो। इसके अलावा, पंडालों पर अग्निशमन यंत्र और सीसीटीवी कैमरे भी अनिवार्य रूप से लगाने के निर्देश दिए गए हैं।
पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह ने बताया कि जबलपुर में दुर्गा उत्सव पूरे प्रदेश में प्रसिद्ध है और इस दौरान सप्तमी, अष्टमी, नवमीं के समय विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है। विध्नसंतोषी तत्वों पर नजर रखकर उनके खिलाफ तुरंत कार्रवाई करने का निर्देश भी अधिकारियों को दिया गया है।