कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए रेप और मर्डर के मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने मुख्य आरोपी संजय रॉय के खिलाफ सोमवार (7 अक्टूबर) को चार्जशीट दाखिल की। आरजी कर हॉस्पिटल में दरिंदगी के बाद कोलकाता पुलिस ने संजय रॉय को 10 अगस्त को गिरफ्तार किया था। हाईकोर्ट के आदेश के बाद यह केस CBI को सौंपा गया था।
2 महीने में पूरी की गई रेप-मर्डर केस की जांच
सीबीआई ने अपनी चार्जशीट में संजय रॉय को आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में ड्यूटी के दौरान महिला डॉक्टर के साथ दरिंदगी का मुख्य आरोपी बताया है। CBI ने इस मामले की जांच दो महीने के भीतर पूरी की और सोमवार को सीलबंद लिफाफे में अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में चार्जशीट पेश की।
गैंगरेप के एंगल से भी दरिंदगी की जांच कर रही CBI
- सीबीआई सूत्रों के अनुसार, चार्जशीट में करीब 200 लोगों के बयान दर्ज करने का दावा किया गया है, जिसमें संजय रॉय बतौर मुख्य आरोपी शामिल है। जांच एजेंसी यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या इस वारदात में और लोग शामिल थे और क्या यह सामूहिक दुष्कर्म (गैंगरेप) का मामला है।
- बता दें कि पीड़ित डॉक्टर का शव 9 अगस्त को हॉस्पिटल के सेमिनार हॉल में मिला था और जांच में पता चला कि उसके साथ कितनी भयावह घटना हुई थी। देशभर में इस घटना के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए, जिसके बाद अदालत ने CBI को इस केस की जांच सौंपने का आदेश दिया था।
कोलकाता पुलिस में सिविक वॉलेंटियर था संजय
मुख्य आरोपी संजय रॉय कोलकाता पुलिस के साथ संविदा कर्मचारी (सिविक वॉलेंटियर) के तौर पर काम करता था। पुलिस ने उसे गिरफ्तारी के बाद CBI के हवाले कर दिया था। इस मामले में पीड़िता के सहकर्मी पिछले दो महीने से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और अब RG कर मेडिकल कॉलेज केस में न्याय की मांग और डॉक्टरों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए भूख हड़ताल पर बैठे हैं।