शारदीय नवरात्रि का पावन त्योहार चल रहा है. इस पावन अवसर पर 9 दिन मां दुर्गा के अलग-अलग 9 स्वरूपों की पूजा करने का विधान है. नवरात्रि का 6वां दिन मां कात्यायनी को समर्पित होता है. मान्यता है कि मां कात्यायनी की पूजा करने से शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है और व्यक्ति रोग-दोषों से मुक्त हो जाता है. शास्त्रों के अनुसार देवी कात्यायनी को कात्यायन ऋषि की पुत्री होने के कारण कात्यायनी नाम से जाना जाता है. आइए जानते हैं मां कात्यायनी के पूजा विधि, मंत्र, आरती और खास भोग के बारे में.
पूजा विधि
– नवरात्र के छठे दिन सुबह उठकर स्नान करें और साथ-सुथरे कपड़े धारण कर लें.
– इसके बाद पूजा स्थल की अच्छे से साफ-सफाई करें.
– सबसे पहले कलश पूजन करें और फिर मां कात्यायनी का ध्यान करें.
– फिर मां को अक्षत, कुमकुम, पुष्प आदि चीजें अर्पित करें.
– धूप- दीप जलाकर माता रानी की चालीसा, आरती का विधि विधान से पाठ करें.
– इसके बाद मां कात्यायनी को उनका प्रिय भोग लगाएं.
मां कात्यायनी का प्रिय भोग
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मां कात्यायनी को मीठे पान का भोग लगाना शुभ माना जाता है. इससे व्यक्ति का हर प्रकार का भय समाप्त होता है.