कोलकाता रेप केस पर सुप्रीम कोर्ट ने CBI से मांगी नई स्टेटस रिपोर्ट, कहा -‘टास्क फोर्स के काम की रफ्तार धीमी..

सुप्रीम कोर्ट ने कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में डॉक्टर पर बलात्कार और हत्या से संबंधित स्वप्रेरणा से मामले की चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस मनोज मिश्रा और जस्टिस जेबी पारदीवाला की पीठ सुनवाई शुरू की. CBI का प्रतिनिधित्व कर रहे सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सुनवाई के दौरान पीठ को बताया कि मामले में “बहुत गंभीरता” से जांच की जा रही है. सॉलिसीटर जनरल ने कहा कि हमने नवीनतम स्टेटस रिपोर्ट प्राप्त की है, जिसमें निचली अदालत में चार्जशीट दाखिल की गई है.

इस पर CJI ने कहा कि CBI ने जांच के आधार पर 7 अक्टूबर को सियालदह कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की गई है, जिसमें रेप और हत्या की धाराएं लगाई गई हैं. स्टेटस रिपोर्ट बताती है कि हॉस्पिटल में वित्तीय अनियमितताओं की भी जांच चल रही है, जिसकी रिपोर्ट भी हमें दी जाएगी.

सीजेआई ने कहा कि टास्क फोर्स ने 4 सब ग्रुप बनाए हैं लेकिन काम की रफ्तार धीमी लग रही है. बहुत कम बैठकें हुई हैं, अंतिम 9 सितंबर को हुई थी.

सॉलिसीटर जनरल ने कहा कि टास्कफोर्स को 1700 से अधिक सुझाव मिले हैं, 7800 अस्पतालों ने अपनी रिपोर्ट दी है, टास्कफोर्स दीर्घकालिक समाधान के लिए काम कर रहा है, इसलिए कुछ समय लगेगा. सीजेआई ने कहा कि केंद्र सरकार यह देखे कि टास्कफोर्स उचित समय पर अपना काम पूरा कर सके, और टास्कफोर्स की नियमित बैठकें होनी चाहिए. टास्क फोर्स अपने सुझावों पर हमारी अगली सुनवाई तक रिपोर्ट देंगे. 3 सप्ताह बाद सुनवाई होगी.

 

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