सभी एकादशी तिथि भगवान विष्णु को समर्पित हैं. इन एकादशी का अलग-अलग नाम और महत्व है. कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को रमा एकादशी कहते हैं. चूंकि कार्तिक मास भगवान विष्णु को समर्पित है इसलिए इस महीने की दोनों एकादशी भी विशेष होती हैं. कार्तिक मास की पहली एकादशी रमा एकादशी होती है, जो कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी होती है. वहीं कार्तिक शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवउठनी एकादशी कहते हैं. देवउठनी एकादशी के दिन ही भगवान विष्णु 4 महीने की योगनिद्रा के बाद जागते हैं. जानिए इस साल ये दोनों एकादशी व्रत कब रखे जाएंगे. साथ ही रमा एकादशी पर किन चीजों का दान करना फलदायी होता है.
कार्तिक मास की एकादशी
कार्तिक मास की पहली एकादशी रमा एकादशी होती है, जो कि इस साल 28 अक्टूबर 2024 को है. रमा एकादशी का व्रत और पूजन करने से धन-दौलत में वृद्धि होती है साथ ही जीवन में खुशियां आती हैं. वहीं देवउठनी एकादशी 12 नवंबर 2024 को है.
रमा एकादशी पर करें इन चीजों का दान
रमा एकादशी के दिन अन्नदान करें. जरूरतमंदों को भोजन कराएं. ऐसा करने से भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी प्रसन्न होते हैं.
– रमा एकादशी के दिन पीले फलों – जैसे केले का दान करें. यह ठंड के मौसम की शुरुआत का समय होता है, लिहाजा गरीबों को गरम कपड़े दान करें.
– गरीब बच्चों को शिक्षण सामग्री का दान करें. इससे श्रीहरि-लक्ष्मी के साथ सरस्वती माता भी प्रसन्न होती हैं और करियर में सफलता मिलती है.
– कार्तिक मास में गाय की सेवा करें, उसे चारा खिलाएं. बुजुर्गों का आशीर्वाद लें, उनकी सेवा करें. इससे जीवन की समस्याएं दूर होती हैं.