अयोध्या में दिव्य होगा ‘दीपोत्सव’, घाटों पर बनाई ‘दीप’ और राम मंदिर की कलाकृति

अयोध्या । भागवान राम की नगरी अयोध्या में आठवें दीपोत्सव की तैयारियां जोरों पर हैं। राम की पैड़ी पर दीप बिछाने का काम पूरा हो चुका है। ‘दीपोत्सव’ को भव्य बनाने के लिए राम की पैड़ी पर हजारों दीपों से कलाकृति बनाई गई है।
स्वंय सेवक अजय तिवारी ने आईएएनएस से बातचीत में बताया कि इस बार घाट पर दीपों से ‘दीप कलाकृति’ बनाई गई है। पिछली बार यहां दीपों से राम दरबार बनाया गया था। हमें डेढ़ लाख दीपों को बिछाने का टारगेट दिया गया था, लेकिन ढाई लाख से अधिक दीपों को यहां बिछाया गया है। एक दिन बाद इन दीपों में बाती लगाई जाएगी, जिसके बाद सभी दीपों को जलाया जाएगा।

उन्होंने आगे बताया कि राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद अयोध्या में पहला दीपोत्सव मनाया जा रहा है। इस बार का दीपोत्सव पिछली बार के मुकाबले भव्य, दिव्य और नव्य होगा। मैं सीएम योगी से यही अपील करूंगा कि वे दीपोत्सव को राष्ट्रीय मेला घोषित करें।

अयोध्या के दीपोत्सव को भव्य बनाने में बच्चे भी जुटे हुए हैं। बच्चों ने करीब दस हजार दीपों का इस्तेमाल करके राम मंदिर और धनुष बाण बनाया है।

वॉलंटियर अंजलि यादव ने बताया कि घाट पर दीपों का इस्तेमाल करके एक कलाकृति बनाई गई, जिसमें राम मंदिर और धनुष बाण को दर्शाया गया है। हमारा सौभाग्य है कि हमें इस बार दीपोत्सव में शामिल होने का मौका मिलेगा। राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह पहला अवसर है कि जब दीपोत्सव भव्य होने जा रहा है।

अवध यूनिवर्सिटी में कार्यरत डॉ. मयंक पाल सिंह ने कहा कि हर साल दीपोत्सव का कार्यक्रम और भी भव्य होता जा रहा है। पिछले साल भी यूनिवर्सिटी के छात्रों ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया था और इस बार भी उन्होंने एक अच्छी कलाकृति बनाई है। राम मंदिर और धनुष बाण को बनाने में दो से ढाई हजार और पूरी जगह को सजाने में लगभग 10 हजार दीपों का इस्तेमाल किया गया है।

30 अक्टूबर की शाम को अयोध्या ‘दीपोत्सव’ का जश्न मनाया जाएगा। सीएम योगी आदित्यनाथ भी दीपोत्सव के कार्यक्रम में शिरकत करेंगे।

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