सीधी जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था लगातार पटरी से उतरती जा रही है। स्वास्थ्य व्यवस्था में एंबुलेंस की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है, लेकिन पूरे प्रदेश की एंबुलेंस इन दिनों अपनी कार्यक्षमता को लेकर चर्चा में हैं। दरअसल, मामला जिला मुख्यालय से महज 2 किलोमीटर की दूरी पर रहने वाली महिला उर्मिला रजक का है। उर्मिला प्रसव पीड़ा से परेशान थी, ऐसे में उसे अस्पताल ले जाने के लिए परिजनों ने एंबुलेंस को कॉल किया, लेकिन वह मौके पर नहीं पहुंची। इसके परेशान पति ने उर्मिला को अपने रिक्शे पर लेटाया और उसे अस्पताल जाने के लिए निकल गया।
लेकिन, रास्ते में प्रसव पीड़ा अधिक होने महिला ने ठेले पर ही बच्चे को जन्म दे दिया। लेकिन, 10 मिनट बाद ही नवजात की मौत हो गई। मामले को लेकर सिविल सर्जन ने बताया कि कल रात करीब 8 बजे एक महिला अपने मृत नवजात शिशु को लेकर आई थी। परिजनों का आरोप था कि एंबुलेंस नहीं मिलने की वजह से नवजात की मौत हो गई। हालांकि, यह जांच का विषय है कि उसकी मौत किन परिस्थितियों में और किस कारण से हुई है। फिलहाल, महिला को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कर लिया गया है। अस्पताल प्रबंधन की तरफ से मामले की जांच की जा रही है।