शाजापुर। मध्य प्रदेश के शाजापुर में उस वक्त हड़कंप मच गया जब जनसुनवाई में दंपती ने अपने बच्चों के साथ पेट्रोल डालकर आत्मदाह की कोशिश की। मामले की सूचना पर मौके पर अंदर बैठे अधिकारी पहुंचे। इसके बाद दंपती की शिकायत सुनी।
दरअसल, मंगलवार को कलेक्ट्रेट परिसर में जनसुनवाई के दौरान दंपती ने अपने बच्चों के साथ पेट्रोल डालकर आत्मदाह की कोशिश की। दंपती को पेट्रोल छिड़कते देखकर वहां मौजूद पुलिसकर्मियों और कर्मचारियों ने उन्हें आग लगाने से रोक लिया। खबर मिलते ही जनसुनवाई में बैठे अधिकारी भी बाहर आ गए। इसके बाद उन्होंने परिवार की बात सुनी। एडीएम बीएस सोलंकी, डिप्टी कलेक्टर राजकुमार हलधर और एसडीएम मनीषा वास्कले ने दंपती से चर्चा की। उनकी समस्या का समाधान कर उन्हें गाड़ी से उनके गांव भिजवाया गया।
डिप्टी कलेक्टर राजकुमार हलधर ने बताया कि ग्राम भेरूपुरा में पीडीएस दुकान का संचालन स्व-सहायता समूह के जरिए होता है। स्व-सहायता समूह के सदस्यों के बीच आपसी मतभेद है। दुकान का संचालन कर रहे दंपती को किसी ने बताया की खाद्य विभाग ने उनका आवंटन रोक दिया है। इसी को लेकर पीड़ित परिवार जनसुनवाई में पहुंचे थे।