एमपी की महिलाएं लाड़ली बहना योजना में अपने नाम जुड़वाने के लिए तैयार हो जाएं, क्योंकि राज्य सरकार दिसंबर 2024 से पात्र महिलाओं के नाम जोड़ने का काम शुरू करने जा रही है। सीएम डॉ. मोहन यादव ने इस बारे में ऐलान करते हुए कहा कि जिन महिलाओं का नाम योजना में अभी तक शामिल नहीं हो पाया है, उनके लिए एक विशेष अभियान चलाया जाएगा। सीएम ने यह घोषणा सीहोर जिले के बुदनी विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव के दौरान एक सभा को संबोधित करते हुए की।
सीएम डॉ. मोहन यादव का ऐलान
सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा कि लाड़ली बहना योजना में जिन महिलाओं के नाम अभी तक नहीं जुड़ पाए हैं, उनके लिए उपचुनाव के बाद एक विशेष अभियान चलाया जाएगा, ताकि दिसंबर से इन महिलाओं को भी योजना का लाभ मिल सके। उन्होंने यह घोषणा करते हुए बताया कि 13 नवंबर को होने वाले उपचुनाव के परिणाम के बाद ही इस अभियान की शुरुआत की जाएगी। इसके तहत पात्र महिलाओं के नाम योजना में जोड़े जाएंगे।
1 करोड़ महिलाओं को मिला योजना का लाभ
इस योजना के तहत 1 करोड़ 29 लाख से अधिक महिलाएं इस योजना का फायदा उठा रही हैं। योजना को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए मध्यप्रदेश सरकार ने 2024-25 वित्तीय वर्ष में महिला एवं बाल विकास विभाग का बजट बढ़ाकर 26,560 करोड़ रुपए किया है, जिसमें से 18,984 करोड़ रुपए लाड़ली बहना योजना के लिए निर्धारित किए गए हैं।
लाड़ली बहना योजना क्या है?
लाड़ली बहना योजना मध्य प्रदेश सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसका उद्देश्य प्रदेश की गरीब महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। इस योजना के तहत राज्य की विवाहित महिलाओं, जिनकी उम्र 60 वर्ष से कम है और जो मध्य प्रदेश की निवासी हैं, उन्हें हर महीने आर्थिक मदद दी जाती है। बता दें, यह योजना मई 2023 में शुरू हुई थी, और इसका औपचारिक उद्घाटन 5 मार्च 2023 को हुआ था। शुरुआत में इस योजना के तहत महिलाओं को हर महीने 1,000 रुपए दिए थे, लेकिन रक्षाबंधन 2023 के मौके पर सरकार ने इस राशि को बढ़ाकर 1,250 रुपए कर दिया।