मध्य प्रदेश के नए पुलिस मुखिया कैलाश मकवाना एक्शन मोड में आ गए हैं और लोगों को सुविधा देने के उद्देश्य से बड़ा ऐलान किया है. कैलाश मकवाना ने कहा है कि अब लोगों को जनसुनवाई के लिए पुलिस विभाग के आला अधिकारियों के दफ्तर के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे, बल्कि हर मंगलवार को पुलिस थाने में जनसुनवाई होगी.
इस मामले में डीजीपी ने प्रदेश के जमीनी अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर संवाद किया और कई दिशा-निर्देश दिए हैं. हर मंगलवार को होने वाली इस जनसुनवाई में आवेदकों की शिकायतों का फौरन निपटारा किया जाएगा, ताकि आम आदमी परेशान न हो.
थानों का होगा औचक निरीक्षण
डीजीपी ने अधिकारियों को थानों के औचक निरीक्षण के भी निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि अधिकारी खुद थानों में पहुंचे और बेहतर काम करने वाले पुलिसकर्मियों को रिवॉर्ड दें, जबकि जिन पुलिसकर्मियों के रिकॉर्ड खराब हों, उन्हें दंडित करें.
डीजीपी का निर्देश- सख्ती केवल बदमाशों से हो
डीजीपी ने कहा कि पुलिस स्टेशन पर सबसे ज्यादा आमजन पहुंचते हैं, इसलिए निचले स्टाफ को आमजन से अच्छा व्यवहार करने के लिए सम्मानित करें. सख्ती केवल बदमाशों से हो. पुलिस की ओर से आम लोगों को दी जा रही सभी तरह की सिटीजन सेंट्रिक सर्विसेज का रिव्यू करें और इनमें कौन सी और सेवाएं जोड़ी जा सकती हैं, ये तय किया जाए. पुलिस अधिकारियों द्वारा शिकायतों का निराकरण किया जाएगा. यदि पुलिस थानों पर शिकायत का निराकरण नहीं होता, तो पीड़ित आगे शिकायत कर सकता है.
नए आदेश से बदलाव आने की काफी संभावना
डीआईजी और आईजी स्तर के अधिकारियों की जनसुनवाई के अलावा पहले पुलिस अधीक्षक कार्यालय में मंगलवार को जनसुनवाई का सिलसिला चलाता था. नए आदेश के बाद अब पुलिस थानों पर अधिकारियों द्वारा शिकायतों का निराकरण करने की जिम्मेदारी रहेगी. इसके अलावा शिकायतकर्ता को न्याय मिलने में होने वाली देरी भी कम होगी. नए आदेश से बदलाव आने की संभावना है.
सिंहस्थ- 2028 की तैयारी पूरी तत्परता से करें
डीजीपी ने कहा कि सिंहस्थ-2028 एक मेगा इवेंट है, जिसकी तैयारी में और गतिशीलता लाने की जरूरत है. उज्जैन के आसपास के जिलों में भी पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करनी है. समय पर प्लान बनाकर शासन को भेजना है, ताकि सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद हो सकें. सिंहस्थ-2028 की तैयारियों पर भी जोर दिया जाए.