जबलपुर: एक पिता अपने बच्चों के भविष्य को उज्ज्वल बनाने के लिए अपनी हैसियत से बढ़कर मेहनत करता है, लेकिन शहर के एक पिता ने अपने बेटे के लिए एक ऐसा रास्ता चुना, जिसने सभी को चौंका दिया। उसने अपने बेटे को चोरी का हुनर सिखाया और खुद एक चोर गैंग का सरगना बन गया। पिता-पुत्र की यह जोड़ी जबलपुर से भोपाल तक सूने मकानों और दुकानों को निशाना बनाकर लाखों का माल चुरा चुकी थी।
चोरी के बाद कपड़े बदलकर पुलिस को चकमा देते थे
पिता प्रेमनाथ और उसका 17 वर्षीय बेटा इतने शातिर थे कि चोरी के बाद तुरंत अपने कपड़े बदल लेते थे और उन कपड़ों का दोबारा इस्तेमाल नहीं करते थे, ताकि पुलिस को चकमा दिया जा सके। बीते तीन महीनों में उन्होंने शहर के पॉश इलाकों में तीन बड़ी चोरी की वारदातों को अंजाम दिया।
पॉश इलाकों में चोरी और सीसीटीवी ने खोली पोल
पुलिस ने जब विजय नगर, मदन महल, और तिलवारा इलाकों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो 17 वर्षीय किशोर और उसके पिता का सच सामने आ गया। पुलिस ने लम्हेटाघाट में रहने वाले नाबालिग को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जिसमें उसने चोरी की घटनाओं में अपने पिता और दोस्त की संलिप्तता स्वीकार की।
50 से ज्यादा मामले दर्ज
पुलिस जांच में पता चला कि प्रेमनाथ के खिलाफ पहले से ही 50 से अधिक चोरी के मामले दर्ज हैं। पुलिस ने प्रेमनाथ और उसके बेटे को गिरफ्तार कर उनके पास से चोरी का माल बरामद किया। चोरी किए गए गहनों को उन्होंने गौरीघाट स्थित भिटौली कुंड में फेंक दिया था।
दोस्त भी वारदात में शामिल
चौंकाने वाली बात यह है कि नाबालिग बेटे ने अपने एक दोस्त को भी इस गैंग में शामिल कर लिया था। फिलहाल पुलिस ने पिता-पुत्र और उनके साथी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और कानूनी कार्रवाई जारी है।