पर्स चुराकर भाग रहा था जेबकतरा, पीछा कर पकड़ा तो खा गया अंगूठा

चोरी और सीनाजोरी की कहावत सुनी तो सबने होगी, लेकिन इसका मतलब क्या है इसका अंदाजा आपको ग्वालियर में घटित हुई एक घटना से साफ लग जाएगा। यह घटना ग्वालियर स्टेशन पर घटित हुई। यहां से एक यात्री का पर्स चोरी हो गया। काफी मशक्कत करने के बाद उसने दौड़धूप करके प्लेटफार्म पर ही रुपये गिनते हुए जेबकतरे को पकड़ भी लिया, लेकिन जेबकतरे ने बजाय पर्स लौटाने के उल्टे यात्री पर ही हमला बोल दिया। हमले में उसने यात्री का अंगूठा मुंह में डालकर अपने दांतों से चबा डाला।

घटना ग्वालियर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 2 पर दिन दहाड़े घटित हुई। बताया गया कि राजू बाथम नामक एक यात्री झेलम एक्सप्रेस पर डबरा से ग्वालियर आने के लिए सवार हुआ था। राजू अकेला नहीं था बल्कि उसका एक और मित्र भी उसके साथ ट्रेन में सवार हुआ था। दोनों ग्वालियर में एक परिचित के यहां आयोजित शादी समारोह में जाने के लिए निकले थे। शादियों की अधिकता होने के कारण इन दिनों ट्रेन में काफी भीड़भाड़ चल रही है। जिस कोच में राजू बाथम सवार थे उसमें भी काफी भीड़ थी और गाड़ी जब रेलवे स्टेशन पर रुकी तो गेट पर काफी धक्कामुक्की हो रही थी।

इस बीच राजू बाथम का हाथ अपनी जेब पर गया तो मानो उनके होश ही उड़ गए। जेब मे रखा उनका पर्स गायब था, लेकिन जब उन्होंने नजर दौड़ाई तो एक युवक जो उनके पीछे धक्कामुक्की कर रहा था। वह संदेहास्पद ढंग से भागते हुए दिखा तो राजू ने उसके पीछे दौड़ लगा दी। राजू का दोस्त भी उसके पीछे दौड़ पड़े। दोनों ने प्लेटफार्म नम्बर 2 पर भागते हुए संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ लिया। उसके हाथ में राजू का पर्स था। राजू ने उससे पर्स छीनने की कोशिश की तो उसे जेबकतरे ने उल्टे सीनाजोरी शुरू कर दी। इस जद्दोजहद में वहां से बच निकलने के लिए जेबकतरे ने बहुत ही खतरनाक ढंग अख्तियार किया। उसने राजू के हाथ के अंगूठे को अपने मुंह में दबाया और फिर दांतों से चबाना शुरू कर दिया। राजू पीड़ा से कराहने लगा। उसके अंगूठे से खून के फब्बारे छूटने लगे। दर्द और पीड़ा से वह जोर जोर से रोने लगा, लेकिन इसके बावजूद राजू और उसके दोस्त ने जेबकतरे को छोड़ा नहीं।

Comments (0)
Add Comment