मां नर्मदा के आंचल में बसे नर्मदापुरम संभाग में शनिवार को हुई रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में निवेश की बारिश हुई। अब तक हुए 6 कॉन्क्लेव में उज्जैन के बाद सबसे ज्यादा यहां 31,800 करोड़ रुपए के निवेश के प्रस्ताव आए। उज्जैन में 1 लाख करोड़ के प्रस्ताव मिले थे।
नर्मदापुरम में आए प्रस्ताव से 40,500 युवाओं को रोजगार मिलेगा। मोहासा औद्योगिक क्षेत्र में ही मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 20 उद्योगपतियों को भूमि आंवटन पत्र सौंपे। यहां 18 हजार करोड़ रुपए का निवेश हुआ। इससे 24 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा।
सीएम ने मोहासा में विद्युत एवं नवीकरणीय ऊर्जा उपकरण निर्माण की इकाइयों का भूमिपूजन भी किया। आइटीआइ परिसर में हुए कॉन्लेक्व का शुभारंभ कर निवेशकों को उद्योग लगाने के लिए सभी सुविधाएं देने की बात कही। सीएम डॉ. यादव ने कहा, मोहासा नर्मदापुरम के विकास का केंद्र बनेगा। सतपुड़ा का यह क्षेत्र नया इतिहास लिख रहा है। निवेशकों का रुझान देख मोहासा में रिन्युएबल पार्क की भूमि का दायरा 227 एकड़ से बढ़ाकर 884 एकड़ की।
नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में हर इकाई 2 हजार करोड़ से अधिक निवेश कर रही है। इससे स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा। 2-3 साल में नर्मदापुरम का आर्थिक परिदृश्य बदलेगा। यहां वन और भू-संपदा, बेहतर रोड व रेल कनेक्टिविटी जैसी सुविधाओं के साथ औद्योगिक विकास के लिए सबसे अनुकूल हैं। हमने केंद्रीय अनुदान का फायदा निवेशकों को देने के साथ कम दर पर जमीन दी। मुख्य सचिव अनुराग जैन ने कहा, मोहासा में मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क बनाएंगे। आदर्श इंडस्ट्रियल पार्क बनेगा। तीन निवेशक तो मप्र के ही हैं। एक कंपनी ब्लू एनर्जी की पार्टनर है। ब्लू एनर्जी दुनिया की सबसे बड़ी एनर्जी कंपनी है।
मां नर्मदा की नगरी में ज्यादा कृपा हुई
सीएम ने कहा, मां नर्मदा की नगरी, जहां पचमढ़ी प्राकृतिक सौंदर्य का अनुपम स्थान है। यहां वन, खनिज संपदा, मां नर्मदा-तवा का मिलन अथाह जलराशि उद्योगों के लिए अनुकूल है। वे बोले-जब मैंने नर्मदापुरम में इंडस्ट्री कॉन्क्लेव की बात की तो कहा गया, यहां निवेश कौन करेगा, लेकिन आज एमएसएमई समेत अन्य क्षेत्रों को मिलाकर 31,800 करोड़ का निवेश हुआ। 60% निवेश यहां तो 40% अन्य जगह के हैं। अभियान चलाकर महिला-युवाओं के लिए हर क्षेत्र में अवसर सृजित किए।