मध्य प्रदेश के मंत्री, अफसर और मुख्यमंत्री ने एक साल में 32.85 करोड़ रुपए की हवाई यात्रा की है। सरकारी विमानों के अलावा प्राइवेट कंपनियों के विमान और हेलीकॉप्टर भी इसके लिए किराए पर लिए गए। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मंगलवार को यह जानकारी विधानसभा में कांग्रेस विधायक प्रताप ग्रेवाल के सवाल का जवाब देते हुए साझा की।
प्राइवेट विमान से 428 यात्राएं
सीएम मोहन यादव ने बताया कि दिसंबर 2023 से अब तक सरकारी खर्च से मंत्री-अफसरों ने 666 हवाई यात्राएं की है। इनमें से 238 यात्राएं सरकारी विमानों से की गईं हैं। जबकि, 428 यात्राओं में प्राइवेट कंपनियों के विमान और हेलीकॉप्टर उपयोग किए गए हैं।
MP सरकार से अनुबंधित विमान कंपनियां व भुगतान
विमान कंपनी | यात्रा समय | यात्रा का खर्च |
एरो एयरक्रॉफ्ट | 395 घंटे | 16.32 करोड़ |
यूनिवर्सल एयरवेज | 219 घंटे | 11.75 करोड़ |
सारथी एयरवेज | 122 घंटे | 4.21 करोड़ |
विडवीन प्राइवेट | 16 घंटे | 41.50 लाख |
जेट सर्व एविएशन | 4 घंटे | 41.50 लाख |
2 कंपनियों को 29 करोड़ का भुगतान
मोहन सरकार ने हवाई यात्रा के लिए पांच कंपनियों से अनुबंध किया है, लेकिन ज्यादात उड़ानें दो कंपनियों के विमानों से की गईं। एयरो एयरक्रॉफ्ट को इसके लिए 16.32 करोड़ और यूनिवर्सल एयरवेज 11.75 करोड़ का भुगतान किया गया। जबकि, सारथी एयरवेज के हिस्से में 4.21 करोड़ आए। इस कंपनी ने 122 घंटे की हवाई यात्र कराई है।
सभी हवाई यात्राएं सरकारी
मोहन यादव सरकार की ओर से मंगलवार को विधानसभा में बताया कि मंत्री और अफसरों द्वारा की गईं यह सभी हवाई यात्राएं सरकारी कार्य से संबंधित हैं। संबंधित कंपनियों को हर उड़ान के लिए उचित भुगतान किया गया है।