सर्दियों की दस्तक के साथ ही युवाओं में दिल से जुड़ी समस्याओं के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. डॉक्टरों की मानें तो ठंड के मौसम में नसों का सिकुड़ना और हार्ट पर बढ़ता दबाव इन समस्याओं की बड़ी वजह बन रहा है. 20 से 35 वर्ष की आयु वर्ग के युवाओं में हार्ट अटैक और अन्य दिल से जुड़ी परेशानियों के मामले चिंताजनक हैं. हार्ट डिजीज संस्थान के अनुसार, रोजाना करीब 200 मरीज ऐसे आ रहे हैं जिन्हें पहले कभी दिल से जुड़ी कोई परेशानी नहीं रही.
सर्दियों में ठंड का सीधा असर शरीर की नसों पर पड़ता है. हाथ-पैरों की नसें सिकुड़ जाती हैं, जिससे दिल तक खून का फ्लो में रुकावट आती है और दिल पर एक्स्ट्रा दबाव पड़ता है. कार्डियोलॉजिस्ट्स का कहना है कि ठंड में ब्लड प्रेशर बढ़ने की संभावना भी ज्यादा होती है, जो हार्ट अटैक का खतरा बढ़ा सकती है. इसके अलावा युवाओं में अनियमित दिनचर्या, जंक फूड, धूम्रपान, शराब का सेवन और व्यायाम की कमी भी हार्ट संबंधी दिक्कतों का बड़ा कारण बन रहा है.
दिल को हेल्दी रखने के उपाय
गरम कपड़े पहनें: शरीर को पूरी तरह से ढकने वाले गरम कपड़े पहनें ताकि ठंड से नसों पर असर कम हो.
संतुलित आहार लें: अपने खानपान में घी, बादाम, अखरोट और ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर चीजें शामिल करें. तले-भुने और जंक फूड से बचें.
व्यायाम करें: रोजाना 30 मिनट का हल्का व्यायाम करें. यह दिल की काम करने की क्षमता बढ़ाने और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करता है.
नशे से बचें: धूम्रपान और शराब का सेवन दिल की सेहत पर बुरा असर डालता है.
तनाव से दूर रहें: तनाव से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता है, इसलिए योग और मेडिटेशन को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं.
ब्लड प्रेशर मॉनिटर करें: सर्दियों में नियमित रूप से ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल की जांच करवाएं.