गुजरात के पोरबंदर में रविवार (5 जनवरी) को भारतीय तटरक्षक बल (India Coast Guard) का एडवांस लाइट हेलिकॉप्टर (ALH) ध्रुव एक रूटीन ट्रेनिंग के दौरान क्रैश हो गया। हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई। न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक हादसा पोरबंदर के कोस्ट गार्ड एयर एन्क्लेव में हुआ। हेलिकॉप्टर में दो पायलट और तीन दूसरे लोग सवार थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, हादसा तकनीकी खराबी के चलते हुआ। घटना के बाद कोस्ट गार्ड ने जांच शुरू कर दी है।
तकनीकी खराबी बनी हादसे की वजह
अधिकारियों ने बताया कि हेलिकॉप्टर उड़ान के दौरान तकनीकी दिक्कतों का सामना कर रहा था। इसके चलते यह अचानक जमीन पर गिर गया। दुर्घटना की पूरी जांच जारी है। भारतीय तटरक्षक बल ने इस घटना को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। बताया जा रहा है कि हादसा स्ट्रीप पर लैंडिंग के दौरान हुआ। क्रैश होने के बाद हेलिकॉप्टर में आग लग गई।
सितंबर में हुआ था ऐसा ही हादसा
यह पहला मौका नहीं है जब ध्रुव ALH हेलिकॉप्टर हादसे का शिकार हुआ हो। सितंबर 2024 में ऐसा ही एक हेलिकॉप्टर अरब सागर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। उस हादसे के बाद कोस्ट गार्ड ने अपने ALH बेड़े की सुरक्षा जांच का आदेश दिया था। उड़ान नियंत्रण और ट्रांसमिशन सिस्टम पर खास ध्यान दिया गया था। फिलहाल, ALH बेड़े को अस्थायी रूप से ग्राउंड कर दिया गया है।
बाढ़ राहत अभियान में जुटा था हेलिकॉप्टर
सितंबर में दुर्घटनाग्रस्त हुआ वही हेलिकॉप्टर हाल ही में गुजरात में बाढ़ राहत अभियानों में शामिल था। उस समय इस हेलिकॉप्टर ने 67 लोगों की जान बचाई थी। इसे मेडिकल इवैकुएशन मिशन के तहत एक टैंकर पर घायल क्रू सदस्य की मदद के लिए भेजा गया था। उड़ान के केवल 15 मिनट बाद यह हेलिकॉप्टर समुद्र में डिचिंग का शिकार हो गया था।
रेस्क्यू ऑपरेशन में होता है ध्रुव का इस्तेमाल
भारतीय तटरक्षक बल के पास 16 एडवांस लाइट हेलिकॉप्टर (ALH) ध्रुव हैं। ध्रुव हेलिकॉप्टर को बेंगलुरु के हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने डेवलप किया है। इन हेलिकॉप्टरों का इस्तेमाल मेडिकल इवैकुएशन, रेस्क्यू ऑपरेशन और दूसरे आपातकालीन मिशनों में किया जाता है। बार-बार ध्रुव हेलिकॉप्टर के हादसे के शिकार होने के बाद इन हेलिकॉप्टरों की तकनीकी और सुरक्षा मानकों पर सवाल उठ रहे हैं।