मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिला मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर स्थित खूनाझिर खुर्द में कुआं गहरी करण के दौरान अचानक कुएं की मिट्टी धंसने से अंदर काम कर रहे मां-बेटे समेत तीनों मजदूरों को 22 घंटे बाद बाहर नहीं निकाला जा सका है। दुख की खबर ये सामने आई है कि, लंबी जद्दोजहद के बाद भी तीनों जिंदगियों को बचाया नहीं जा सका। हालांकि, शवों को कुएं से निकालने का कार्य अब भी जारी है। एनडीआरएफ की टीम शवों का रेस्क्यू करने में जुटी हुई है।
जिंदगी की जंग हारे तीनों मजदूरों को बचाने की उम्मीद 22 घंटे जारी रही, लेकिन दोपहर करीब 1.15 बजे अचानक कुएं से पानी रिसने लगा, जिसके लिए रेस्क्यू टीम ने तुरंत ही पंप लगाकर पानी निकालना शुरु किया। लेकिन, अचानक मिट्टी का बड़ा ढेर भराकर कुएं में गिरने से रेस्क्यू दल की उम्मीद पूरी तरह टूट गई। हालांकि, कुएं के मलब के बीच फंसी महिला सुबह 6 बजे तक बार-बार अंदर से बचाने की गुहार लगाती सुनाई दे रहीथी, लेकिन सुबह 6 बजे भी मिट्टी धसकी थी, जिसके बाद से ही महिला की आवाज आनी बंद हो गई थी।