इंदौर: इंदौर पुलिस ने एक बड़े नकली नोट गिरोह का पर्दाफाश करते हुए महाराष्ट्र के नागपुर से मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस की इस कार्रवाई में अब तक पांच आरोपी पकड़े जा चुके हैं, जो नकली नोटों को बाजार में खपाने के कारोबार में सक्रिय थे। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि गिरोह अब तक 20 लाख रुपये के नकली नोट विभिन्न राज्यों में चला चुका है।
46 नकली नोटों से खुली गिरोह की पोल
पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) आदित्य सिंह के अनुसार, इस गिरोह की गतिविधियों का पता तब चला जब हाल ही में लसुड़िया पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया, जिसके पास से 46 नकली नोट बरामद हुए थे। पूछताछ के दौरान युवक ने जबलपुर निवासी शुभम का नाम लिया, जो मूल रूप से राजस्थान का रहने वाला था। शुभम से गहन पूछताछ के बाद पुलिस को इस गिरोह की बड़ी कड़ी नागपुर में मिली।
नागपुर से मास्टरमाइंड मनप्रीत की गिरफ्तारी
लंबी जांच और निगरानी के बाद पुलिस ने महाराष्ट्र के नागपुर में दबिश देकर गिरोह के मुख्य सरगना मनप्रीत को गिरफ्तार किया। उसके पास से बड़ी मात्रा में नकली नोट बरामद किए गए हैं। मनप्रीत के गिरोह का नेटवर्क महाराष्ट्र, राजस्थान और मध्य प्रदेश तक फैला हुआ था, जहां बड़ी संख्या में नकली नोट खपाए जा चुके थे।
युवाओं को सोशल मीडिया के जरिए फंसाने का खेल
पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि यह गिरोह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल कर युवाओं को अपने जाल में फंसाता था। उन्हें आसान पैसे कमाने का लालच देकर नकली नोटों के धंधे में शामिल किया जाता था। जो युवा इनके बहकावे में आ जाते, उन्हें नकली नोटों को बाजार में खपाने के लिए भेजा जाता, जिससे गिरोह को भारी मुनाफा होता था।
फिलहाल जांच जारी, अन्य आरोपी भी पुलिस के निशाने पर
पुलिस ने बताया कि इस मामले में अभी और भी लोगों की संलिप्तता सामने आई है। टीम लगातार संदिग्ध व्यक्तियों की तलाश कर रही है और गिरोह के अन्य सदस्यों को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है। पुलिस का कहना है कि आने वाले दिनों में इस नेटवर्क का और विस्तार उजागर हो सकता है।