MP Board Exam 2025: माध्यमिक शिक्षा मंडल ने बोर्ड (MP Board) परीक्षा के नियमों में बड़े बदलाव किए हैं। कक्षा 10वीं और 12वीं के छात्रों को अब परीक्षा के दौरान सप्लीमेंट्री कॉपी नहीं मिलेगी। उन्हें मुख्य उत्तर पुस्तिका में पूछे गए सवालों के जवाब सीमित शब्दों में लिखने होंगे। आंसर शीट 20 की बजाय 32 पेज की होगी।
परीक्षा पैटर्न में भी बदलाव
मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल ( एमपी बोर्ड) ने इस साल लंबे उत्तर वाले प्रश्नों की संख्या भी कम कर दी है। अंक विभाजन में भी महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। बोर्ड की ओर से छात्रों को सलाह दी गई है कि आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध सैंपल पेपर्स डाउनलोड कर नए पैटर्न से परीक्षा की तैयारी करें।
क्यों किए गए बदलाव?
- नकल पर नियंत्रण: बोर्ड अधिकारियों का मानना है कि सप्लीमेंट्री शीट के बंद होने से छात्रों द्वारा अतिरिक्त पन्नों में गैर-जरूरी लिखावट या नकल की संभावना कम होगी।
- तकनीकी समस्याओं का समाधान: पहले सप्लीमेंट्री शीट के पन्ने अक्सर खो जाते थे या बिखर जाते थे, जिससे छात्रों के अंक प्रभावित होते थे। अब एक ही कॉपी में सभी उत्तर लिखे जाएंगे।
- पारदर्शिता और सुविधा: शिक्षकों के लिए उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करना आसान होगा।
अधिकारियों ने बताई बदलाव की वजह
माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल के डायरेक्टर संचालक राजेश श्रीवास्तव ने परीक्षा नियमों के बदलाव की वजह बताई। कहा, यह बदलाव छात्रों और शिक्षकों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए किए गए हैं। हमारा लक्ष्य परीक्षा प्रक्रिया को पारदर्शी और तनावमुक्त बनाना है।
क्या कहते हैं छात्र?
बोर्ड के इस निर्णय की कुछ छात्रों ने सराहना की है। जबकि, कुछ ने चिंता जताई है। कहा, सप्लीमेंट्री कॉपी के अभाव में वह अच्छे से उत्तर नहीं लिख पाएंगे और परीक्षा परिणाम प्रभावित होंगे।