खंडवा: मध्य प्रदेश में रेलवे की लापरवाही का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। एक डबल डेकर मालगाड़ी निर्धारित मार्ग से भटककर करीब 150 किलोमीटर तक गलत ट्रैक पर दौड़ती रही, और इस दौरान उसे लगातार हरी झंडी भी मिलती रही। अंततः ट्रेन खंडवा रेलवे स्टेशन पहुंची, जहां ओवरहेड इलेक्ट्रिक (ओएचई) लाइन से टकराने के कारण बिजली आपूर्ति ठप हो गई। इस घटना के बाद रेलवे प्रशासन में हड़कंप मच गया, हालांकि सौभाग्यवश कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ।
गलत मार्ग पर दौड़ती रही ट्रेन, अधिकारी रहे अनजान
मिली जानकारी के अनुसार, यह मालगाड़ी आंध्र प्रदेश के पेनुकोंडा से रवाना हुई थी और इसे गुजरात व राजस्थान होते हुए गुरुग्राम पहुंचना था। लेकिन जलगांव में गलती से इसे गलत ट्रैक पर डाल दिया गया, जिसके कारण यह जलगांव से होते हुए खंडवा तक आ पहुंची। इस दौरान ट्रेन लगभग 18 रेलवे स्टेशनों से गुजरी, लेकिन कहीं भी इस गंभीर गलती पर ध्यान नहीं दिया गया।
ओएचई लाइन से टकराने के बाद ठप हुई बिजली सप्लाई
रविवार दोपहर करीब 12 बजे यह मालगाड़ी खंडवा रेलवे स्टेशन के यार्ड में पहुंची, जहां इसके पहले डिब्बे की छत ओएचई लाइन से चिपक गई। इससे तुरंत ही बिजली आपूर्ति बंद हो गई, जिससे रेलवे संचालन प्रभावित हुआ।
रेलवे कंट्रोलर की लापरवाही बनी वजह?
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि यह चूक भुसावल रेलवे कंट्रोलर की अनदेखी के कारण हुई। ट्रेन में एसयूवी लदी हुई थीं और यह निर्धारित मार्ग से भटककर खंडवा पहुंच गई। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि इस घटना की विस्तृत जांच की जाएगी और दोषियों पर कार्रवाई होगी।
ओएचई लाइन की ऊंचाई बढ़ाकर ट्रेन को वापस भेजा गया
घटना के बाद रेलवे अधिकारियों ने तत्काल कदम उठाते हुए ओएचई लाइन की ऊंचाई बढ़ाई, जिसके बाद ट्रेन को वापस भुसावल भेज दिया गया। यह मालगाड़ी कुल 33 बोगियों की थी।
इस पूरे घटनाक्रम पर सेंट्रल रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) डॉ. स्वप्निल नीला ने बयान जारी कर कहा कि मामले की जांच की जाएगी और लापरवाही के जिम्मेदार लोगों पर उचित कार्रवाई होगी।