भोपाल: लोकायुक्त, आयकर और ईडी के छापों में करोड़ों की संपत्ति और गोल्ड एवं कैश से भरी कार को लेकर आयकर विभाग ने सौरभ शर्मा, चेतन सिंह गौर और शरद जायसवाल से अपनी पूछताछ शुरू कर दी है। सोमवार को आयकर विभाग की टीम सुबह तकरीबन दोपहर सवा तीन बजे सेंट्रल जेल पहुंची। छह अफसरो की इस टीम ने जेल प्रशासन को कोर्ट आदेश की कॉपी दी और जेल में बंद सौरभ से पूछताछ शुरू की।
दरमियानी रात पुलिस के साथ मिलकर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने बरामद की थी। इसमें बरामद 10 करोड़ की नकदी और 50 किलो सोने के संबंध में सवाल किए गए जिसका सौरभ ने एक सा जवाब दिया कि न तो कार मेरी है और न ही इसमें रखी रकम और सोने से मेरा कोई लेना-देना है।
कोर्ट आदेश के दो दिन बाद जेल पहुंची टीम
आयकर विभाग को शुक्रवार को कोर्ट ने सौरभ, चेतन और शरद से जेल जाकर पूछताछ करने की अनुमति दी थी। इसके बाद शनिवार और रविवार को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की टीम सेंट्रल जेल नहीं गई थी, जबकि कोर्ट में आयकर विभाग ने 20 दिनों तक पूछताछ का आवेदन दिया था। उस समय ऐसा लग रहा था कि सौरभ, शरद और चेतन से पूछताछ कोर्ट की अनुमति मिलने के तत्काल बाद ही शुरू हो जाएगी। सौरभ से गोल्ड और कैश से भरी कार के अलावा उसकी डायरी में दर्ज नामों और उनके सामने लिखी रकम के बारे में भी सवाल किए गए। हालांकि फिलहाल आयकर विभाग इस पूछताछ के संबंध में किसी भी तरह की जानकारी देने को तैयार नहीं है। फिलहाल तीनों आरोपी 3 मार्च तक ज्यूडिशियल रिमांड पर सेंट्रल जेल भोपाल में बंद हैं।
आयकर विभाग को शुक्रवार को कोर्ट ने सौरभ, चेतन और शरद से जेल जाकर पूछताछ करने की अनुमति दी थी। इसके बाद शनिवार और रविवार को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की टीम सेंट्रल जेल नहीं गई थी, जबकि कोर्ट में आयकर विभाग ने 20 दिनों तक पूछताछ का आवेदन दिया था। उस समय ऐसा लग रहा था कि सौरभ, शरद और चेतन से पूछताछ कोर्ट की अनुमति मिलने के तत्काल बाद ही शुरू हो जाएगी। सौरभ से गोल्ड और कैश से भरी कार के अलावा उसकी डायरी में दर्ज नामों और उनके सामने लिखी रकम के बारे में भी सवाल किए गए। हालांकि फिलहाल आयकर विभाग इस पूछताछ के संबंध में किसी भी तरह की जानकारी देने को तैयार नहीं है। फिलहाल तीनों आरोपी 3 मार्च तक ज्यूडिशियल रिमांड पर सेंट्रल जेल भोपाल में बंद हैं।