तेलंगाना में श्रीशैलम सुरंग नहर परियोजना के निर्माणाधीन खंड की छत का हिस्सा ढह जाने की घटना के आज आठ दिन पूरे हो गए. इस हादसे में सुरंग में फंसे 8 लोगों को निकालने में बचाव दल अभी तक सफल नहीं हो सके हैं. इस बीच टीबीएम मशीन को काटने का काम जारी है. उम्मीद है कि इसके बाद फंसे लोगों तक पहुंचा जा सकता है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बचाव दल फंसे हुए लोगों तक पहुंचने के लिए सुरंग बोरिंग मशीन (टीबीएम) को काट रहे हैं. अधिकारियों ने कि टनल में फंसे लोगों को बचाने का प्रयास जोरों पर है. नागरकुरनूल के पुलिस अधीक्षक वैभव गायकवाड़ ने कहा कि एनडीआरएफ, सेना, सरकारी खनन कंपनी सिंगरेनी कोलियरीज, रैट माइनर्स और अन्य एजेंसियों के कर्मियों वाली टीमें लगातार काम कर रही है.
एक टीम शनिवार सुबह सुरंग के अंदर गई. पानी निकालने और मलबा हटाने का काम भी साथ-साथ चल रहा है. उन्होंने कहा कि आगे का रास्ता साफ करने के लिए टीबीएम के हिस्सों को भी काटा जा रहा है.
आठ लोगों में से दो इंजीनियर, दो ऑपरेटर और बाकी चार मजदूर झारखंड के हैं. रिपोर्ट के अनुसार राज्य के सिंचाई मंत्री एन उत्तम कुमार रेड्डी, आबकारी मंत्री जुपल्ली कृष्ण राव, मुख्य सचिव शांति कुमारी यहां से दुर्घटनास्थल के लिए रवाना हो गए.
कुछ घंटों में फंसे लोगों के ठिकाने का पता चल जाएगा: मंत्री जुपल्ली
एसएलबीसी सुरंग में फंसे 8 लोगों की रडार से पहचान हो गई है. इस बारे में मंत्री जुपल्ली कृष्णराव ने बताया कि कुछ घंटों में उनके ठिकाने का पता चल जाएगा. उन्होंने कहा कि 5-8 मीटर टीले के नीचे स्कैनिंग में चार लोग मिले हैं. उन्होंने कहा कि कल यानी रविवार तक खुदाई जारी रहेगी और चारों को बाहर निकालने की कोशिश की जाएगी. उन्होंने कहा कि अन्य चार को निकालने में कुछ समय लगेगा. मंत्री जुपल्ली ने कहा कि सभी 12 विभाग राहत कार्यों में जुटे हैं और उन्हें जल्द से जल्द सुरक्षित निकालेंगे.