महू में बवाल: चैंपियंस ट्रॉफी में जीत के जश्न का विरोध; उपद्रवियों ने फिर लगाई आग, 40 के खिलाफ FIR, 13 लोग गिरफ्तार

 मध्य प्रदेश के महू में चैंपियंस ट्रॉफी में टीम इंडिया की जीत के बाद बवाल मचा है। सोमवार (10 फरवरी) की रात उपद्रवियों ने फिर हंगामा किया। चौपाटी पर खड़े ठेलों में आग लगा दी। लोगों ने किसी तरह पानी डालकर आग पर काबू पाया। पुलिस ने हिंसा भड़काने वाले 40 से ज्यादा लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है। 13 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस अब ठेलों में आग लगाने वाले बदमाशों की तलाश में जुटी है। आरोपियों पर NSA लगाने की तैयारी है।

जानिए पूरा घटनाक्रम  
ICC चैंपियंस ट्रॉफी के खिताबी मुकाबले में भारतीय क्रिकेट टीम ने रविवार को न्यूजीलैंड को 4 विकेट से हराया। टीम इंडिया की जीत के बाद महू (धार) में रात को 100 से ज्यादा लोग 40 से ज्यादा बाइक पर सवार होकर जुलूस निकाल रहे थे। जूलूस में शामिल लोग जय श्रीराम के नारे लगा रहे थे। इसी दौरान जामा मस्जिद के पास कुछ लोग आगे निकल गए। पीछे चल रहे पांच-छह लोगों को दूसरे पक्ष के लोगों ने रोक लिया और मारपीट शुरू कर दी। इसके बाद बवाल हो गया।

पुलिस ने लाठीचार्ज कर हालात पर पाया काबू 
दूसरे पक्ष के लोगों ने भी पत्थरबाजी शुरू कर दी। देखते ही देखते विवाद बढ़ गया। गुस्साए लोगों ने पत्ती बाजार, मार्केट चौक, जामा मस्जिद, बतख मोहल्ला और धानमंडी में बाहर खड़ी 12 से ज्यादा बाइक और दो कार में तोड़फोड़ कर आग लगाई। हिंसा की सूचना मिलते के बाद 10 थानों के 300 से ज्यादा पुलिस अधिकारी और जवान मौके पर पहुंचे। पुलिस ने लाठीचार्ज किया। आंसू गैस के गोले छोड़े। तब कहीं जाकर ढाई घंटे बाद रात 1 बजे स्थिति सामान्य हो सकी।

सोमवार रात फिर बवाल
रविवार को हुए उपद्रव के बाद माहौल शांत हो चुका था। सोमवार को शहर में भारी पुलिस बल तैनात रहा। पुलिस की मौजूदगी में सोमवार रात को उपद्रवियों ने फिर बवाल मचाया। चौपाटी पर खड़े ठेलों में आग लगा दी। लोगों ने पानी डालकर आग पर काबू पाया। पुलिस अब ठेलों में आग लगाने वाले बदमाशों की तलाश कर रही है।

40 से ज्यादा लोगों पर FIR
पुलिस ने जुलूस के दौरान हुए उपद्रव को लेकर तीन FIR दर्ज की है। 40 से ज्यादा लोगों पर केस दर्ज किया है। 12 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस लगातार गश्त कर रही है। सीसीटीवी फुटेज के जरिए आरोपियों की तलाश जारी है।

‘इलाका प्रतिबंधित’
धार शहर काजी मो. जावेद का कहना है कि इलाका प्रतिबंधित है। पहले ही यहां जुलूस नहीं निकालने को लेकर बात हो चुकी थी। फिर भी यहां से जुलूस निकाला गया। अगर निकालना था तो अनुमति लेनी थी।

‘क्षेत्र प्रतिबंधित नहीं’ 
कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि लोग अलग-अलग टुकड़ों में यहां से गुजरे। यह कोई समाज या संस्था का जुलूस नहीं था। यह क्षेत्र प्रतिबंधित नहीं है। पहले कभी ऐसा कोई आदेश या नोटिफिकेशन जारी किया गया हो, यह बात मेरे संज्ञान में नहीं है।

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