Baba Siddiqui Murder: बाबा सिद्दीकी की हत्या का एक आरोपी निकला नाबालिग, कोर्ट ने मांगा आधार कार्ड
पूर्व मंत्री और एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में नया मोड़ आ गया है. उन्हें शनिवार की रात को गोली मार कर हत्या कर दी गई थी. शनिवार की रात को तीन आरोपियों ने उन पर नजदीक से फायरिंग कर दी. उन्हें आनन-फानन में लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी मौत हो गई. बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद राज्य की राजनीति में बवाल मचा हुआ है. इस बीच पुलिस ने रात में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. उनके स्वास्थ्य की जांच की गई. इसके बाद आरोपियों को किला कोर्ट में पेश किया गया.
लेकिन कोर्टे में पेश किये जाने के बाद यह बात सामने आई है कि एक आरोपी ने अपनी उम्र को लेकर बड़ा खेल खेला है. एक आरोपी ने दावा किया कि वह नाबालिग है.
पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में आरोपी धर्मराज कश्यप ने कोर्ट के सामने अपनी उम्र को लेकर बड़ा खुलासा किया है. उनके मुताबिक, वह सिर्फ 17 साल का है और इस मामले में उसे नाबालिग माना जाना चाहिए. सुनवाई के दौरान जब कोर्ट ने सवाल किया तो आरोपी ने अपनी उम्र 17 साल बताई. हालांकि पुलिस ने कहा कि पकड़े गए एक आरोपी 19 साल का है.
कोर्ट ने आरोपी का मांगा आधार कार्ड
आरोपी ने नाबालिग आरोपी के तौर पर इलाज कराने के लिए यह जानकारी दी थी. आरोपी के वकील ने यह भी दलील दी कि आरोपी की उम्र 17 साल है. कोर्ट ने उस आरोपी का आधार कार्ड तलब किया. कोर्ट ने सही उम्र स्पष्ट करने के लिए आरोपी का आधार कार्ड मांगा.
बाबा सिद्दीकी हत्याकांड का मुंबई पुलिस ने तुरंत खुलासा कर दिया. महज कुछ ही घंटों में पुलिस को सुराग मिल गया. पुलिस ने तीनों हत्यारों की कुंडली निकाली. करनैल सिंह और एक अन्य आरोपी और शिवानंद तीन आरोपी हैं. आरोपियों की पहचान निश्चित रूप से लॉरेंस बिश्नोई गंगे से संबंधित के रूप में की गई है.
आरोपी शिवानंद की तलाश जारी
पुलिस को आशंका है कि तीसरा आरोपी शिवानंद राज्य से बाहर भाग गया है. उनकी आखिरी लोकेशन पनवेल में मिली थी. वह वहां लगे सीसीटीवी में कैद हो गया. उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम रवाना कर दी गयी है. आरोपी की तलाश में क्राइम ब्रांच की टीमें उज्जेन (मध्य प्रदेश), हरियाणा, यूपी, दिल्ली गई हैं. बाबा सिद्दीकी पर गोली चलाने वाला तीसरा आरोपी शिवानंद गुरमेल कैथल जिले के नरड़ गांव का रहने वाला है. साल 2019 में एक युवक की हत्या के मामले में वह कुछ दिनों तक जिला जेल में रहा था. जमानत मिलने के बाद वह मुंबई आ गया.